देहरादून। बीजेपी (BJP) ने उत्तराखंड (Uttarakhand) में पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) पर फिर से भरोसा जताया है। सोमवार को देहरादून (Dehradun) में विधायक दल की बैठक में उत्तराखंड के नए सीएम के नाम पर मुहर लगी। इस बैठक में खटीमा (Khatima) सीट से चुनाव हारने के बाद भी पुष्कर सिंह धामी को फिर से राज्य की कमान सौंपी गई है। हालांकि इसके कई पीछे की अहम कारण बताए जा रहे हैं।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक मीनाक्षी लेखी और चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह भी पर्यवेक्षक के तौर पर इस बैठक में मौजूद रहे। धामी के चुनाव पर राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर 6 महीने के कार्यकाल में ही पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने अपनी छाप छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा। उत्तराखंड फिर मांगे मोदी-धामी की सरकार’ के नारे के साथ विधान सभा चुनाव लड़ने वाली बीजेपी ने अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हारने के बावजूद पुष्कर सिंह धामी पर भरोसा जताया है। पहले माना जा रहा था कि पार्टी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर सकती है लेकिन अब धामी ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
विधायक दल की बैठक से पहले भी धामी मुख्यमंत्री (Dhami Chief Minister) पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे। उनके अलावा चौबटटाखाल के विधायक सतपाल महाराज, श्रीनगर के विधायक धन सिंह रावत, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल थे। राज्य में 14 फरवरी को हुए विधान सभा चुनाव के इस माह घोषित नतीजों में भाजपा 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में आई है।