अलर्ट! बढ़ता चला जा रहा लंपी वायरस का कहर, मध्य प्रदेश के इस संभाग में हालात हुए बेकाबू
इंदौर : मध्य प्रदेश में इन दिनों लंपी वायरस का कहर लगातार बढ़ता चला जा रहा है, जहां लंपी वायरस ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में अपने पैर पसार लिए हैं। वहीं इंदौर संभाग के लगभग साढ़े 300 गांव में लंपी वायरस के चलते गाय और भैंस इससे प्रभावित नजर आ रही है। इंदौर जिले की स्थिति पर एक नजर डालें तो यहां लगभग 80 गायों में लंपी वायरस के लक्षण पाए गए हैं, जिनमें से एक गाय की मौत हो जाने के चलते अब पशुपालकों में चिंता नजर आ रही है।
इंदौर संभाग में लगभग दो दर्जन से ज्यादा पशुओं की मौत लंपी वायरस के चलते होना बताई जा रही है। लगातार बढ़ रहा लंबी वायरस का कहर लंपी वायरस के लगातार बढ़ते कहर को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग का अमला भी अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है, जहां गांव में गाय और भैंस के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है। उधर, पशु हाट मेलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं कई गांव में तो लोगों ने लॉकडाउन तक लगा दिया है। विभाग ने पशुपालकों से अपील की है कि, यदि उनके पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण दिखाई दें, तो वह तुरंत ही डॉक्टरों से संपर्क करें, जहां तय समय पर पशुओं को इलाज देकर लंपी वायरस से बचाया जा सके।
इस कारण पशुओं में फैल रही बीमारी मध्यप्रदेश में दहशत फैलाने वाला लंपी वायरस मुख्य रूप से पशुओं में होने वाली एक बीमारी है, जिसमें पशुओं को बुखार आना, लार निकलना, शरीर में गठान, घाव और आंख-नाक से खून निकलना जैसे लक्षण शामिल है। यह बीमारी मुख्य रूप से पशुओं में फैलती है। यही कारण है कि, इस बीमारी ने अब पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है। उधर, इस बीमारी के फैलने का मुख्य कारण मच्छर और मक्खियों को बताया जा रहा है, जहां मच्छर और मक्खी एक पशु से दूसरे पशु पर जा कर बैठते हैं, और इससे यह संक्रमण फैलता है। बेहद खतरनाक है लंपी वायरस लंपी वायरस मुख्य रूप से पशुओं में होने वाली एक बीमारी है।
इन दिनों भारत देश में भी यह वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है, जहां अलग-अलग राज्य में मचे हड़कंप के बाद अब इस वायरस ने मध्यप्रदेश में टेंशन बढ़ा दी है। यह वायरस इसलिए भी बेहद खतरनाक है क्योंकि पशुओं के संक्रमित होने के लगभग 6 से 7 दिन बाद इस वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, और तब तक संक्रमित पशु के संपर्क में आने से अन्य पशु भी संक्रमित हो जाते हैं। यही कारण है कि, लंपी वायरस को लेकर अब सतर्क रहने की आवश्यकता है।