सुर्खियां बटोर रही पंजाब की जेलों में बड़े बदलाव की उम्मीद, CM मान के तीखे तेवरों पर टिकी सबकी नजर
लुधियाना: पंजाब में हाल ही में हुए मंत्रालयों के फेरबदल के बाद कई मंत्रियों के विभाग छिन गए और मुख्यमंत्री के खाते में जुड़ गए, जबकि एक नया स्वास्थ्य मंत्री भी सरकार में आया हैं लेकिन जेल मंत्रालय सी.एम. मान ने खुद रख लिया है, क्योंकि सी.एम. जेल विभाग की अहमियत को समझ गए हैं जिस वजह से उन्होंने बड़ा फैसला लेकर इसे किसी मंत्री को नहीं दिया।
हालांकि सरकार के गठन के साथ ही आम आदमी पार्टी में सबसे युवा व केजरीवाल के करीबी माने जाते हरजोत सिंह बैंस को सौंपा गया था लेकिन पंजाब की जेलों में लागातार मोबाइल मिलने और अन्य गतिविधियों के बाद पंजाब की जेलें मीडिया में सुर्खियों में रही और विपक्ष के निशाने पर रही, जिसे सरकार में अंदर खाते विफलता ही माना जा रहा था। विपक्षी तो यहां तक कहने लगे थे कि जेलों पर सरकार का नहीं गैंगस्टरों का राज है।
पंजाब के हर जिले में पहुंचने पर हरजोत सिंह बैंस से जेलों की बुरी हालत के सवाल मीडिया करता था और इसी वजह से सरकार में अंदरखाते इस बात चल रही थी कि जेलों पर सरकार का नियंत्रण क्यों नहीं हो पा रहा। जबकि इस पर कोई भी खुलकर मुंह खोलने को राजी नहीं था, क्योंकि इस विषय से सरकार लगातार सवालों में घिरती थी। अब सी.एम. मान के जेलों का चार्ज लेने के बाद जेल विभाग को भी किसी बड़े बदलाव की उम्म्मीद है क्योंकि सी.एम. भगवंत मान के तेवरों से सभी वाकिफ हैं और सरकार की प्रतिष्ठा भी दांव पर है, जिसके चलते ही सी.एम. ने खुद बागडोर संभाली है।