उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त, जनता भय और दहशत में जीने को मजबूर: अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। जनता भय और दहशत में जीने को मजबूर है। कारोबारी डरे हुए हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में जंगलराज ला दिया है। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को पूरी तरह अराजकता की आग में झोंक दिया है।

अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक की महिला अधिकारी की आत्महत्या मामले में मिले सुसाइड नोट में जिस प्रकार पुलिस के लोगों पर सीधा आरोप है वो उत्तर प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था का कड़वा सच है। इसमें सीधे एक उच्च पुलिस अधिकारी का नाम आना बेहद गम्भीर मुद्दा है। ऐसी घटनाओं की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए। अमरोहा में दुष्कर्म की षिकार नाबालिग पीड़िता की हत्या का मामला बेहद गम्भीर, दुःखद व शर्मनाक है। यही हाल प्रदेश के अन्य जिलों में है।

भाजपा नेताओं की अपराधिक घटनाओं में संलिप्तता जग जाहिर हो चुकी है। पुलिस प्रशासन के बलबूते जनता के संवैधानिक अधिकारों का दमन किया जा रहा है। राजनैतिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न में ही भाजपा सरकार पूरी ताकत लगा रही है। भाजपा का आचरण सदैव से लोकतंत्र विरोधी रहा है।

उत्तर प्रदेश की जनता पिछली समाजवादी सरकार के कार्यकाल की बेहतरी के लिए डायल 100 और महिलाओं की सुरक्षा के लिए वूमेन पावर हेल्पलाइन 1090 की स्थापना की गयी थी। पुलिस विभाग को तकनीकी रूप से दक्ष करने के साथ आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया था। भाजपा सरकार ने उसे अवरुद्ध कर दिया। भाजपा सरकार की विदाई का समय अब मात्र चार माह ही शेष है। भाजपा सरकार के हटने से ही राज्य की जनता चैन से रह पायेगी। उत्तर प्रदेश में खुशहाली और कानून का राज स्थापित करने के लिए समाजवादी पार्टी प्रतिबद्ध है। भाजपा की घुटन भरी सरकार से मुक्ति के लिए 2022 में समाजवादी सरकार का आगमन आवश्यक है।

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