घर के आंगन से लड़की को उठा ले गया तेंदुआ, बेटी को बचाने के लिए अकेले खूंखार से भिड़ गया पिता
सोलन: हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में घर के पास से तेंदुआ एक लड़की को उठा ले गया। पिता ने तेंदुए को देख लिया व अपनी जान की परवाह न करते हुए खूंखार जानवर से अकेले ही भिड़ गया। घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर पीछा करते हुए व्यक्ति ने तेंदुए को रोक लिया व डंडे और पत्थरों से उस पर हमला कर बेटी को उसके चंगुल से छुड़ा लिया। इसके बाद पिता व पुत्री दोनों के शोर मचाने और पत्थर मारने पर तेंदुआ वहां से भाग गया। सोलन जिला में कसौली क्षेत्र के तहत जाबली पंचायत में सोमवार देर शाम यह मामला पेश आया। सूजी गांव में 25 वर्ष की युवती को तेंदुआ घर के पास से उठाकर ले गया। घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर युवती के पिता ने पत्थर व डंडों से बेटी को खूंखार जानवर के चंगुल से छुड़ाया।
शाम को करीब सात बजे पूजा अपने घर के बाहर बने शौचालय के लिए निकली थी। इस दौरान घर के आंगन में तेंदुआ पहले से ही हमले की फिराक में बैठा था। मौका पाते ही खूंखार जानवर लड़की को आंगन से उठा ले गया। शोर मचाने पर लड़की के पिता खेम राज बाहर निकले और तेंदुए का पीछा करने लगे। खेमराज ने पत्थर व डंडों से तेंदुए पर हमला किया। अपनी जान दांव पर लगाकर पिता ने बड़ी मुश्किल से बेटी को बचाया। यदि खेमराज समय पर बाहर नहीं निकलते तो तेंदुआ लड़की काे अपना शिकार बना देता। हैरानी की बात है कि इस घटना के करीब आधे घंटे बाद तेंदुआ फिर से खेमराज के आंगन में वापस पहुंच गया। इस दौरान ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से तेंदुए को पत्थर व डंडों से भगाया। बताया जा रहा है कि कई दिनों से गढ़खल, कसौली व सूची गांव के आसपास नर व मादा तेंदुए बच्चों सहित घूम रहे हैं। ग्रामीणों ने तेंदुए का पूरा परिवार क्षेत्र में देखा है। इसके बाद अब पूरा क्षेत्र दहशत में है। जाबली पंचायत की प्रधान कल्पना ने बताया इस घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई है व वन विभाग के अधिकारियों द्वारा तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
डाउनडेल व कनलोग में किया बच्चों का शिकार
बीते दिनों भी तेंदुआ एक बच्चे को घर के आंगन से उठाकर ले गया था। यह घटना शिमला के डाउनडेल में दीपावली की रात पेश आई थी। इस बच्चे को तेंदुए के चंगुल से नहीं छुड़ाया जा सका था। पांच वर्षीय बच्चे के अगले दिन जंगल में कुछ अवशेष मिले थे। इस घटना कुछ माह पहले शिमला के कनलोग से भी तेंदुआ एक बच्ची को उठा ले गया था। इस मामले में राज्य मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया व बीते दिनों तेंदुए को आदमखोर घोषित कर दिया है।