‘मिशन कर्मयोगी’ के अंतर्गत आयोजित किया गया ‘लोक संवाद’ कार्यक्रम, सड़क दुर्घटनाओं में मानवीय, आर्थिक एवं सामाजिक क्षति की रोकथाम पर हुई गहन चर्चा
अयोध्या/बाराबंकी। शासन की मंशा के अनुरूप परिवहन आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में शुक्रवार को परिवहन विभाग अयोध्या संभाग के बाराबंकी जिले के मेयो मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में ‘मिशन कर्मयोगी’ के अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं में मानवीय, आर्थिक तथा सामाजिक क्षति की रोकथाम के लिए ‘लोक संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता आचार्य आर.के.गोस्वामी, आचार्य कपिल चतुर्वेदी तथा संत पुष्कर साहब।कार्यक्रम की शुरुआत उप परिवहन आयुक्त परिक्षेत्र निर्मल प्रसाद व संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) श्रीमती ऋतु सिंह द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किए जाने के साथ हुई अधिकारियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में ‘मिशन कर्मयोगी’ के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए संभागीय परिवहन अधिकारी अयोध्या श्रीमती ॠतु सिंह ने बताया कि यह भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जो प्रदेश में ‘मिशन कर्मयोगी’ के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव परिवहन एल.वैंकटेश्वर लू के निर्देशन में संचालित है। उन्होंने बताया कि ‘मिशन कर्म योगी’ में भारतीय सिविल सेवकों व कर्मचारियों में कौशल विकास कर उन्हें रचनात्मक, कल्पनाशील प्रगतिशील,सक्षम,व्यवसायिक और तकनीकी योग्यता से परिपूर्ण बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे वह देश के निर्माण में अपना योगदान पूरी क्षमता से कर सकें। आरटीओ ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए सड़क सुरक्षा के चार ई-एजुकेशन, इंफोर्समेंट, इंजीनियरिंग व इमरजेंसी पर स्टेक होल्डर विभागों द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता प्रयास, ब्लैक स्पॉट सुधारीकरण कार्यवाही, प्रवर्तन कार्रवाही,गुड् सेमेरिटन ला तथा गोल्डन आवर आदि पर प्रकाश डाला और कर्मयोग के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने की अपील की।
साथ ही उपस्थित मेडिकल स्टूडेंट और अधिकारीयों को सड़क सुरक्षा नियम जीवन में संस्कार की तरह आत्मसात करने को कहा. मुख्य वक्ता आचार्य गोस्वामी ने यूएनडीपी,भारतीय संविधान व गीता आदि का संदर्भ देते हुए कर्मयोगी बनने के लिए चार मूल मंत्र जैसे गीता ज्ञान,सड़क सुरक्षा मानव रक्षा,विश्व रक्षा का संदेश देते हुए प्रदेश में दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने पर बल दिया।उन्होंने बताया कि मन और विवेक को काबू में रखकर वाहन चलाना चाहिए तथा क्रोध व नींद की दिशा में वाहन का संचालन नहीं किया जाना चाहिए।आचार्य चतुर्वेदी ने बताया कि स्व प्रेरणा से नियमों का पालन करना चाहिए,न कि सिर्फ चालान के भय से।परिवहन व पुलिस विभाग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गंभीर है परंतु जन सहयोग के साथ ही सड़क सुरक्षा और मिशन कर्मयोगी सफल हो सकता है।
संत पुष्कर साहब ने अपने उदबोधन में उपस्थित छात्र छात्राओं को बताया कि उनका जीवन समाज और परिवार के लिए अनमोल है तथा सिर्फ फैशन या दिखावे के लिए वे अपनी जान के साथ खिलवाड़ न करें और हेलमेट अवश्य पहने।उन्होंने महिला शक्ति और महिला अधिकारियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति की सराहना की। अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा ने कम्यूनिटी पुलिसिंग का उदाहरण देते हुए सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की सहायता करने की अपील की।