छत्तीसगढ़

महापौर व आयुक्त अमृत मिशन योजना के ठेकेदार पर मेहरबान – किशुन

राजनांदगांव: नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने शहर में पेयजल की समस्या को लेकर अमृत मिशन योजना और नगर पालिक निगम के दावों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बयान मे कहा कि, टैंकर मुक्त और पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता के मेयर-आयुक्त के दावों की पोल खुल चुकी है। निगम के समीकरणों को देखते हुए महापौर ने अपनी प्राथमिकताएं तय कर रखी हैं। वे मूलभूत समस्याओं को लेकर उदासिन रवैया अपनाएं हुए हैं।

उन्होंने कहा कि शहर के कई हिस्सों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। नलों से कीड़े निकल रहे हैं। लोगों बीमार हो रहे हैं। उल्टी – दस्त की समस्या बढ़ रही है। यदु ने बताया कि शहर के कौरिनभाठा इलाके में पानी की सप्लाई एक महिने तक प्रभावित है। महज एक मोहल्ले में पानी की व्यवस्था बहाल करने में निगम अमले को इतना लंबा समय लग गया है। नंदई इलाके में भी पानी की समस्या बनी हुई है। यहां निगम रोजाना टैंकर भी नहीं भेज पा रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, अमृत मिशन योजना का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। मेयर और आयुक्त ठेकेदार पर मेहरबान है। इंटर कनेक्शन में लेटलतीफी आम लोगों की परेशानी का सबब बन रही है। सैकड़ों करोड़ का ठेका लेने वाली ठेकेदार कंपनी के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है। लेटलतीफी को लेकर इनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई भी नहीं की जा रही। प्रभात नगर, शिक्षक नगर, पूनम कॉलोनी, ठेठवार पारा, किल्लापारा, सृष्टि कॉलोनी सहित कई इलाकों में पानी की समस्या बनी हुई है।

यदु ने कहा कि, शहर में पेयजल की समस्या विकराल रुप लेती जा रही है। शहर में कई जगहों पर 10 मिनट के लिए ही नल खुल रहे हैं तो कई स्थानों पर एक ही वक्त पानी पहुंच रहा है। कम समय के लिए खुलने वाले नलों से काफी देर तक गंदा पानी ही आता है। लोगों को कुछ ही समय साफ पानी मिल पाता है। उन्होंने कहा कि, निगम पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर उदासीन है। अमृत मिशन के तहत निर्मित टंकियों के इंटर कनेक्शन में सामने आ रही समस्याओं का निराकरण समय पर नहीं होना परेशानी और बढ़ा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष ने इस समस्या के लिए सीधे तौर पर मेयर – आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि महापौर और आयुक्त महज कुछ ही वार्डों में समस्याओं को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि, तुलसीपुर वार्ड में चुनाव के बाद बदले समीकरणों के चलते महापौर चिंतित हैं। यही वजह है कि वे बीते दिनों यहां गंदे पानी की सप्लाई पर आयुक्त के साथ एक्शन लेने पहुंच गईं। जबकि शहर के अन्य हिस्सों में ऐसी ही समस्याओं पर उनका उदासिन रवैया साफ दिखाई देता है।

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