उत्तर प्रदेश

वैश्विक दृष्टिकोण के साथ उद्देश्यपूर्ण शिक्षा की आवश्यकता : प्रो.गीता गांधी किंगडन

नई दिल्ली में आयोजित इण्डिया ग्लोबल एलायन्स फोरम में प्रमुख वक्ता रहीं सीएमएस प्रबन्धक

नई दिल्ली/लखनऊ : ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में युवा पीढ़ी के लिए उज्जवल भविष्य की अपार संभावनायें हैं, ऐसे में यह जरूरी है कि छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण के साथ उद्देश्यपूर्ण एवं स्किल बेस्ड शिक्षा प्रदान की जाये, जिससे कि युवा पीढ़ी के लिए वैश्विक सफलता का मार्ग प्रशस्त हो सके। यह विचार हैं सिटी मोन्टेसरी स्कूल की प्रबन्धक प्रो.गीता गांधी किंगडन के, जो बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित इण्डिया ग्लोबल एलायन्स फोरम में प्रमुख वक्ता के तौर पर बोल रही थीं। इण्डिया ग्लोबल एलायन्स फोरम का आयोजन आज नई दिल्ली के होटल ललित में कालेज बोर्ड, अमेरिका के तत्वावधान में किया गया, जिसमें देश-विदेश के कई प्रख्यात शिक्षाविद् ने प्रतिभाग किया।इस अवसर पर प्रो. किंगडन ने ‘एक्सपैंडिंग एक्सेस टु रिगर – ए स्टूडेन्ट फर्स्ट एप्रोच’ विषय पर बोलते हुए आगे कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल अपने छात्रों में वैश्विक दृष्टिकोण के विकास एवं उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने हेतु सदैव प्रयासरत है।

इण्डिया ग्लोबल एलायन्स फोरम के अन्तर्गत भारत समेत दक्षिण एवं मध्य एशिया के प्रमुख शिक्षाविद् ने एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की संभावनाओं पर गंभीर विचार-विमर्श किया, जिससे कि स्कूली शिक्षा के उपरान्त कालेज की उच्चशिक्षा हेतु छात्रों को बेहतर तरीके से तैयार किया जा सके। परिचर्चा में एरियल लीताओ लियोनेली, एसोसिएट डायरेक्टर, मैसाचुसेट्स इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अमेरिका, रयान हारग्रेव्स, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, यूनिवर्सिटी ऑफ कनाडा, कनाडा, तरुण आनंद, चेयरमैन, ए.आई. यूनिवर्सिटी, भारत, रोशन वॉल्करली, यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज, यूनाइटेड किंगडम, डा. अनन्या मुखर्जी, वाइस-चांसलर, शिव नादर यूनिवर्सिटी, भारत समेत अनेक मूर्धन्य विद्वजनों व शिक्षाविद्ों ने सारगर्भित विचार व्यक्त किये।कालेज बोर्ड अमेरिका की एक शैक्षिक संस्था है जो कई देशों में सैट, एपी एवं पीसैट व अन्य अन्तर्राष्ट्रीय परीक्षण कराती है, जिनके अंको के आधार पर छात्रों के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में उच्चशिक्षा का अवसर मिलता है।

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