‘संचार के रास्ते बंद थे, प्रेम की अवधारणा पेश करना था’… राहुल गांधी ने बताई भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने की असली वजह
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका में तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। अमेरिका में विभिन्न कार्यक्रमों और चर्चाओं के दौरान, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में खुलकर बात की और इस यात्रा की असली वजह को साझा किया। राहुल गांधी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने के पीछे की वजह यह थी कि भारतीय राजनीति में उनके लिए संवाद के सभी रास्ते बंद हो चुके थे। उन्होंने कहा कि संसद में उनके भाषणों को मीडिया द्वारा ठीक से कवर नहीं किया जाता था और कानूनी मदद भी उपलब्ध नहीं थी। मीडिया द्वारा उनकी बातों की अनदेखी की जा रही थी, और यह महसूस हुआ कि यदि वे मीडिया और संस्थानों के माध्यम से लोगों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो सीधे लोगों के बीच जाकर ही कुछ बदलाव किया जा सकता है।
गुस्सा और भ्रष्टाचार की बातें होती हैं
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय राजनीति में ‘प्रेम’ की अवधारणा को पेश करना था। उन्होंने बताया कि राजनीति में अक्सर नफरत, गुस्सा और भ्रष्टाचार की बातें होती हैं, लेकिन उनकी यात्रा ने ‘प्रेम’ की अवधारणा को एक नया महत्व दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्हें कई महत्वपूर्ण सीख मिलीं, जिनमें सबसे प्रमुख यह थी कि राजनीति में प्रेम को भी लागू किया जा सकता है।
यात्रा के दौरान की कठिनाइयां
राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि यात्रा के शुरुआती दिनों में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। घुटनों में दर्द के कारण उन्हें दिक्कतें आईं, और शुरुआती 3-4 दिनों में उन्होंने सोचा कि क्या उन्होंने सही निर्णय लिया है। हालांकि, समय के साथ यात्रा ने उनके काम करने के तरीके को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने बताया कि यात्रा ने उनके राजनीति, लोगों के प्रति दृष्टिकोण और संचार के तरीके को नए सिरे से परिभाषित किया।
यह आत्मिक और राजनीतिक यात्रा है
राहुल गांधी ने यह भी बताया कि भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ एक शारीरिक यात्रा नहीं थी, बल्कि यह एक आत्मिक और राजनीतिक यात्रा भी थी। इस यात्रा ने न केवल उनकी व्यक्तिगत सोच को बदला, बल्कि यह भारतीय राजनीति में नए विचारों को भी जोड़ने का माध्यम बनी। उन्होंने यात्रा की इस प्रभावशाली पहलू को साझा करते हुए कहा कि यह अनुभव उनके और उनकी टीम के दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदल चुका है।