उत्तर प्रदेश की जनता को बहुत पसंद है भाजपा की डबल इंजन की सरकार, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह से ख़ास बातचीत
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य डॉ धर्मेंद्र सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक अतिसंवेदनशील सरकार कार्य कर रही है। समाज के सभी वर्गों की समस्याओं की त्वरित सुनवाई और उसका निराकरण योगी सरकार की प्राथमिकता है। इसीलिए विपक्ष का कोई षडयंत्र उसके काम नहीं आ रहा है। किसानों से लेकर गरीबों, नौजवानों, छात्रों, महिलाओं और समाज के सभी वर्गों की समस्याओं का निराकरण जिस तेजी से इस सरकार में हो रहा है उससे विपक्ष को कोई मौका नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश की जनता का इस सरकार में जो भरोसा है उस आधार पर यह स्पष्ट दिख रहा है कि अभी होने वाले उपचुनाव में भाजपा को हर सीट पर विजय मिलना सुनिश्चित है।
उपचुनाव के लिए कटहरी सहित कई क्षेत्रों में व्यापक जन संपर्क और भ्रमण के बाद इस संवाददाता से विशेष बातचीत में प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि लोक सभा चुनावों के साथ ही उत्तर प्रदेश को अस्थिर करने की साजिशें लगातार की जा रही हैं । घबराया और हताश हो चुका विपक्ष लगातार गलत बयानी के सहारे प्रदेश का माहौल बिगाड़ने में लगा है लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार की सक्रियता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के आगे विपक्ष की एक नहीं चल पा रही। यही वजह है कि डबल इंजन की सरकार के खिलाफ विपक्ष की हर साजिश नाकाम हो जा रही है।
एक प्रश्न के उत्तर में डॉ सिंह ने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जहां किसानों की समस्याओं के कारण आए दिन गंभीर आंदोलन होते थे। गन्ना किसानों की गंभीर स्थिति होती थी। गोलियां चलती थीं। लेकिन जब से योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की बागडोर संभाली है, सब बदल चुका है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में डॉ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब भारत का गौरव बन चुका है। सनातन शक्ति की महत्ता बढ़ रही है। अयोध्या दमक रहा है। प्रयागराज में महाकुंभ का विराट आयोजन होने जा रहा है। विश्व पटल पर उत्तर प्रदेश चमक रहा है। अयोध्या में इतिहास रचने के बाद अब प्रयाग राज में नया इतिहास रचने की तैयारी है।
प्रयागराज में छात्रों के आंदोलन पर डॉ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री की पहल पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आगामी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 को एक ही दिन में आयोजित करने का फैसला किया है। इस निर्णय से प्रतियोगी परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों को राहत मिली है। यह त्वरित निर्णय है। पिछले कुछ दिनों से पीसीएस और अन्य चयन परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति थी। छात्रों की मांग थी कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एकाधिक पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में संपन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर आवश्यक निर्णय ले। आयोग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर छात्रों से संवाद किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए यह निर्णय लिया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर ही यूपीपीएससी ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके।
डॉ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा की डबल इंजन सरकार की कोशिश है कि समाज के किसी वर्ग को कोई दिक्कत नहीं हो और प्रदेश में कानून का राज कायम रहे। यह सरकार प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के विकसित भारत के निर्माण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है जिसका लाभ सभी को मिल रहा है। इसीलिए भाजपा इन उपचुनावों में अपनी विजय के प्रति आश्वस्त है।