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डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को बताया दुनिया के लिए प्रेरणा, दोनों देशों के बीच चार समझौते

नई दिल्ली: डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन तीन दिनों की भारत दौरे पर नई दिल्ली में हैं, जहां दौरे के पहले दिन आज उनकी मुलाकात भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई है। चूंकी भारत और डेनमार्क के बीच के संबंध हमेशा से खास रहे हैं, लिहाजा डेनमार्क की प्रधानमंत्री की दिल्ली यात्रा के दौरान भारत और डेनमार्क के बीच कई अहम समझौते हुए हैं। नई दिल्ली में स्थिति हैदराबाद हाउस में डेनमार्क की प्रधानमंत्री और पीएम मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई है। भारत-डेनमार्क द्विपक्षीय वार्ता भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागीच ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, भारत और डेनमार्क के बीच ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को बढ़ावा देने कि दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है, जिसका भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने स्वागत किया है।

पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम के बीच हुई द्विपक्षीया वार्ता में दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर आखिरी मुहर लगा दी गई है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले समझौते के तहत दोनों देशों के बीच काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च- नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद, आरहूस यूनिवर्सिटी, डेनमार्क एंड जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ डेनमार्क एंड ग्रीनलैंड ऑन मैपिंग ऑफ ग्राउंडवाटर रिसोर्सस एंड एक्वीफर्स को लेकर एमओयू किए गये हैं।

दूसरा-तीसरा और चौथा समझौता भारत और डेनमार्क के बीच दूसरे समझौते के तहत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद और डेनिश पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय के बीच ट्रेडिशनल कॉलेज डिजिटल लाइब्रेरी एक्सेस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। भारत और डेनमार्क के बीच तीसरे समझौते के तहत इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (बेंगलुरू) और डैनफास इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के बीच संभावित अनुप्रयोगों के साथ उष्णकटिबंधीय जलवायु के लिए प्राकृतिक रेफ्रिजरेंट के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं। वहीं, चौथा समझौता भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय और डेनमार्क की सरकार के बीच किया गया है। ”विश्व के लिए प्रेरणा हैं पीएम मोदीं” डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने शनिवार को कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय ऊर्जा के लिए एक महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्य निर्धारित किया है और वो बाकी दुनिया के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं। उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान कहा कि, “आप दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए एक प्रेरणा हैं क्योंकि आपने दस लाख से ज्यादा घरों में स्वच्छ पानी और अक्षय ऊर्जा के लिए कुछ बहुत ही महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं”।

उन्होंने कहा कि, ”मुझे गर्व है कि आपने डेनमार्क आने का मेरा निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।” आपको बता दें कि, पीएम मोदी ने अक्षय ऊर्जा को लेकर भारत में बहुत महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं। अक्षय ऊर्जा के लिए 2030 तक 450 गीगावाट का लक्ष्य एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य माना जा रहा है। लोकतांत्रिक देशों की मुलाकात डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने कहा कि, भारत और डेनमार्क…दोनों ही देश लोकतांत्रिक राष्ट्र नियमों पर आधारित एक अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली में यकीन रखते हैं। उन्होंने कहा, “भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे हरित विकास और हरित संक्रमण साथ-साथ चल सकते हैं।” दोनों देशों के बीच चार समझौतों के आदान-प्रदान के बाद डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने ये टिप्पणी की। पीएम मोदी ने कहा कि, भारत और डेनमार्क के बीच ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप दोनों देशों में दूरगामी सोच का प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा कि, “आज से एक साल पहले हमने अपने वर्चुअल समिट में भारत और डेनमार्क के बीच ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप स्थापित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। यह हमारे दोनों देशों में पर्यावरण के लिए दूरगामी सोच और सम्मान का प्रतीक है।”

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