प्रधानमंत्री ने एनडीए सरकार के गठन से पहले अपने मंत्रिपरिषद के साथ राष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलगी बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के गठन से पहले अपने मंत्रिपरिषद के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना भी इस्तीफा सौंप दिया है। इससे 2014 से 2019 तक चलने वाली 17वीं लोकसभा को भंग करने का रास्ता साफ हो जाएगा। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें। बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में हुई कैबिनेट बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंत्रिमंडल को भंग करने की सिफारिश की गई, जिसका कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार का गठन और पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को होने की संभावना है। जेडीयू और टीडीपी, दोनों एनडीए सरकार का समर्थन कर सकते हैं। दोनों दलों द्वारा आज बाद में होने वाली गठबंधन की बैठक के दौरान भाजपा को समर्थन के औपचारिक पत्र सौंपे जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक 7 जून को राष्ट्रीय राजधानी में होगी। सूत्रों के अनुसार, एनडीए द्वारा सरकार गठन पर चर्चा की जाएगी। लोकसभा चुनाव के परिणामों के अनुसार, भारत के चुनाव आयोग ने 543 लोकसभा क्षेत्रों में से 542 के परिणाम घोषित किए हैं, जिसमें भाजपा ने 240 सीटें और कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं।
इस बार बीजेपी की जीत की संख्या 2019 की 303 सीटों और 2014 में जीती गई 282 सीटों से काफी कम है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने 2019 में 52 और 2014 में 44 सीटों की तुलना में 99 सीटें जीतकर मजबूत बढ़ोतरी की है। इंडिया ब्लॉक ने कड़ी टक्कर देते हुए और एग्जिट पोल की सभी भविष्यवाणियों को झुठलाते हुए 230 का आंकड़ा पार कर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरा कार्यकाल हासिल कर लिया है, लेकिन भाजपा को अपने गठबंधन में अन्य दलों – जेडी (यू) प्रमुख नीतीश कुमार और टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के समर्थन पर निर्भर रहना होगा। 2024 के लोकसभा चुनावों में डाले गए मतों की गिनती के बाद भाजपा 272 बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें पीछे रह गई।
2014 में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद पहली बार, उसने अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं किया। इस बीच, विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक भी आज बैठक करेगा, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गठबंधन नेताओं को अपने घर पर बैठक के लिए बुलाया है। लोकसभा चुनावों में अनुकूल परिणाम देखने के बाद, इंडिया ब्लॉक के नेता अपने अगले कदम की रणनीति बनाएंगे।