एकात्म का भाव जैव विविधता का है सार : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को 22 मई अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक, वन और जैव संपदा का भंडार है। इस जैव विविधता का धरोहर के रूप में संरक्षण और संवर्धन हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। संपूर्ण विश्व, जलवायु परिवर्तन के चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। ऐसी स्थिति में पर्यावरण के साथ प्रदेश की समृद्ध जैव विविधता के संतुलन को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्यरत है।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में बिखरी जैव विविधता के संरक्षण, संवर्धन और उसके संवहनीय उपयोग का संकल्प लेने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्राणी मात्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए भावी पीढ़ियों को यह धरोहर, समृद्ध स्वरूप में हस्तांतरित करना हमारा दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल मनुष्य ही नहीं समस्त प्राणियों, कीट-पतंगों, पशु-पक्षियों और नदी-पर्वत में एक ही चेतना का वास है। प्राणियों में सदभावना और सम्पूर्ण वसुधा को एक परिवार के रूप में मानना, भारतीय संस्कृति और संस्कारों का अभिन्न अंग है। एकात्म का यही भाव जैव विविधता का सार है।