अद्धयात्म

वो मंदिर जहां बिना सिर वाली देवी के स्वरूप की होती है पूजा

सनातन धर्म की मान्यताओं में देवी का स्थान बहुत ऊंचा है. मां के कई स्वरूप हैं और हर स्वरूप की अलग शैली और अलग तौर तरीके से पूजा अर्चना की जाती है. आज हम आपको मां के एक ऐसे स्वरूप के बारे में बताएंगे जिसमें मां के बिना सिर के स्वरूप की पूजा की जाती है. झारखंड की राजधानी रांची से करीब 80 किलोमीटर दूर मौजूद मां छिन्नमस्तिका देवी का ये मंदिर भक्तों में बड़ी आस्था का केंद्र है. इस मंदिर को मां के शक्तिपीठ के तौर पर भी मान्यता है.मां छिन्नमस्तिका देवी को असम के मां कामाख्या मंदिर के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्तिपीठ कहा जाता है. इस मंदिर में भक्त बिना सिर वाली देवी मां की पूजा करते हैं. मान्यता है कि मां के इस मंदिर में भक्तों के मन की हर मुराद पूरी हो जाती है.

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