यूपी में अब भी बरक़रार है बाढ़ का खतरा, राप्ती और कुआनो का जलस्तर बढ़ा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में मंगलवार (18 अक्टूबर) को स्थिर रहने के बाद राप्ती और कुआनो नदी का पानी बुधवार (19 अक्टूबर) को फिर बढ़ने लगा है। हालांकि, रोहिन-सरयू और गोर्रा का जलस्तर तेजी से घट रहा है। नदियों का पानी कम होने के साथ ही मैरूंड गांवों की तादाद भी घटने लगी है। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों की सहायता की जा रही है।
बता दें कि, गोरखपुर में बाढ़ अभी थमी नहीं है। सरयू का पानी बहुत तेजी से कम हो रहा है। गोर्रा और रोहिन नदी भी अब धीरे-धीरे नीचे उतर रही है। वहीं, बाढ़ प्रभावित गांवों में जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण और जिला प्रशासन द्वारा राहत सामाग्री बांटी जा रही है। प्रभावित गांवों में जहां 8400 लंच पैकेटों का वितरण कराया गया, वहीं पानी की 2000 बोतलें भी वितरित की गईं। गांव वालों के बीच 28190 खाद्यान्न राहत किट बांटी गई, जबकि 56380 जैरिकेन भी बंटवाया गया।
गोरखपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग की 239 टीमें कार्य कर रही हैं। स्वास्थ्य टीमों ने अब तक 13355 लोगों का उपचार किया है। वहीं लोगों के बीच क्लोनी की 78137 गोलियां तथा ORS के 15335 पैकेट वितरित किए गए। इंट्रीग्रेटेड इमरजेंसी फ्लड आपरेशन सेंटर बाढ़ प्रभावित गांवों का सहायक साबित हो रहा है। यह सेंटर 24 घंटे सक्रिय है। इंट्रीग्रेटेड इमरजेंसी फ्लड आपरेशन सेंटर पर 0551-2201796, 2204196 और मोबाइल नम्बर 9555786115 निरंतर कार्य कर रहा है।