रोजाना 2 भीगे हुए अखरोट खाने के हैं 10 फायदे, डायबीटीज रहेगा कंट्रोल में और हड्डियां मजबूत
नई दिल्ली : रोजाना 2 भीगे हुए अखरोट खाने के हैं 10 फायदे, डायबीटीज रहेगा कंट्रोल में और हड्डियां मजबूतहेल्दी फैट, फाइबर, विटमिन्स और मिनरल्स से भरपूर अखरोट यानी वॉलनट सिर्फ ब्रेन हेल्थ और मेमरी के लिए ही फायदेमंद नहीं है बल्कि आपकी ओवरऑल सेहत के लिए भी बेस्ट माना जाता है। अखरोट में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फॉरस, कॉपर, सेलेनियम, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अपने ढेरों फायदों की वजह से अखरोट को तो ड्राई फ्रूट्स का राजा भी कहा जाता है।
अखरोट को रात भर भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं
लेकिन अखरोट को कच्चा खाने की बजाए अगर भिगोकर खाया जाए तो इसके फायदे कई गुणा बढ़ जाते हैं। इसके लिए रात में 2 अखरोट को भिगोकर रख दें और सुबह के समय खाली पेट इसे खा लें। यकीन मानिए भीगे हुए बादाम खाना जितना फायदेमंद है उतना ही फायदेमंद भीगे हुए अखरोट खाना भी है। भीगा हुआ अखरोट कई बीमारियों से निजात दिलाने में मदद करता है।
डायबीटीज में फायदेमंद
ब्लड शुगर और डायबीटीज से बचना चाहते हैं तो भीगे हुए अखरोट का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बहुत सी स्टडीज में यह बात सामने आयी है कि जो लोग रोजाना 2 से 3 चम्मच अखरोट का सेवन करते हैं, उनमें टाइप-2 डायबीटीज होने का खतरा कम हो जाता है। अखरोट ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है जिससे डायबीटीज का खतरा कम हो जाता है।
कब्ज दूर कर पाचन में मददगार
अखरोट फाइबर से भरपूर होता है, जो आपकी पाचन प्रणाली को दुरुस्त रखता है। पेट सही रखने और कब्ज से बचने के लिए फाइबर युक्त चीजें खानी जरूरी है। ऐसे में अगर आप रोजाना अखरोट का सेवन करते हैं, तो आपका पेट भी सही रहेगा और कब्ज भी नहीं होगा। भीगे हुए अखरोट को पचाना भी आसान हो जाता है।
हड्डियों को मजबूत बनाता है अखरोट
अखरोट में ऐसे कई घटक और प्रॉपर्टीज पाए जाते हैं जो आपकी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। अखरोट में अल्फा-लिनोलेनिक ऐसिड पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा, अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी ऐसिड सूजन को भी दूर करता है।
हार्ट को हेल्दी रखता है अखरोट
अखरोट आपके हार्ट को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। इसमें प्रचूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी ऐसिड होता है, जो आपके हार्ट के लिए फायदेमंद है। कई स्टडीज में यह बात भी साबित हो चुकी है कि जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उनके लिए भी अखरोट लाभकारी होता है। आपको बता दें कि ओमेगा-3 फैटी ऐसिड शरीर से बैड कलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कलेस्ट्रॉल के निर्माण में मदद करता है, जो हार्ट के लिए फायदेमंद है।
कैंसर के खतरे को कम करता है
बहुत सी स्टडीज में यह बात सामने आ चुकी है कि अखरोट का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर, प्रॉस्टेट कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। अखरोट में पॉलिफेनॉल इलागिटैनिन्स पाए जाते हैं जो कई तरह के कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है। साथ ही अखरोट खाने से हॉर्मोन से जु़ड़े कैंसर का खतरा भी कम होता है। अखरोट में मौजूद ऐंटिऑक्सिडेंट्स बॉडी में कैंसर सेल्स के विकास को रोकते हैं।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए है फायदेमंद
गर्भावस्था में अखरोट खाना फायदेमंद होता है। अखरोट में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी ऐसिड गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमागी विकास में मदद करता है। हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान अपने मन से किसी चीज का सेवन करने की बजाए डॉक्टर की सलाह पर सही मात्रा में अखरोट का सेवन करें तो यह मां और होने वाले बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाता है अखरोट
अखरोट में प्रचूर मात्रा में ऐंटिऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है और आपको कई बीमारियों में बचाने में मदद करता है। इसलिए, खुद को बीमारियों से बचाने और हमेशा हेल्दी और फिट रहने के लिए रोजाना अपनी डायट में भीगे हुए अखरोट को जरूर शामिल करें।
तनाव कम और नींद बेहतर
अखरोट खाने से कई मायनों में आपका तनाव और स्ट्रेस कम होता है और आपको अच्छी नींद भी आती है। अखरोट में मेलाटोनिन होता है, जो बेहतर नींद लाने में मदद करता है। वहीं, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड ब्लड प्रेशर को संतुलित कर तनाव से राहत दिलाता है। भीगे अखरोट खाने से आपका मूड भी अच्छा होता है और फिर ऑटोमैटिकली आपका स्ट्रेस कम हो जाता है।
वजन कम करने में मददगार
अखरोट वजन कम करने में अहम भूमिका निभाता है। ये बॉडी के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और आपकी बॉडी से एक्स्ट्रा फैट कम करने में हेल्प करता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन व कैलरी होती है, जो वजन को नियंत्रित रखने में मदद करती है। शोध में भी यह बात साबित हो चुकी है कि अखरोट का सेवन न सिर्फ वजन कम करता है, बल्कि उसे कंट्रोल में रखने में भी मदद करता है।