नई दिल्ली : डार्क चॉकलेट ऐसी चॉकलेट होती है जिसमें अन्य प्रकार की चॉकलेट्स की तुलना में कोको (cocoa) अधिक होता है और चीनी कम होती है. यह आमतौर पर मिल्क चॉकलेट की तुलना में अधिक फायदेमंद (beneficial) और कम मीठी होती है. स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर इसे खाने के काफी लाभ होते हैं. इसे सीमित मात्रा में खाना काफी फायदेमंद माना जाता है. मेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि चॉकलेट में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों में भी मदद करते हैं.
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में पब्लिश रिसर्च के अनुसार, ‘चॉकलेट में कोको फ्लेवेनॉल्स होता है जिसमें मौजूद यौगिक मस्तिष्क में ध्यान, स्मृति और काम करने की क्षमता को बढ़ा सकता है. फ्लेवनॉल्स एंटीऑक्सिडेंट हैं जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करते हैं. 70 प्रतिशत या उससे अधिक कोको वाली चॉकलेट खाने के क्या फायदे होते हैं.
डार्क चॉकलेट को ब्लड प्रेशर कम करने, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने और ब्लड फ्लो में सुधार करने के लिए जानी जाती है. ये कारक स्वस्थ हृदय में योगदान करते हैं और हृदय रोगों के विकास के जोखिम को कम करते हैं.
डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को यूवी क्षति से बचाने, डिहाइड्रेशन से बचने और कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. इसके परिणामस्वरूप स्वस्थ, ग्लोइंग त्वचा मिल सकती है और उम्र बढ़ने के लक्षण कम हो सकते हैं.
डार्क चॉकलेट एंटीऑक्सिडेंट्स, विशेष रूप से फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होती है जो शरीर में मुक्त कणों से लड़ने और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करती है. इससे हार्ट प्रॉब्लम्स और कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है.
डार्क चॉकलेट में कैलोरी तो अधिक होती है लेकिन इसमें फाइबर भी काफी अधिक होता है. अगर कोई इसका सेवन करता है तो फाइबर के कारण उसे कम भूख लगती है और अनहेल्दी स्नैकिंग की लत नहीं रहती.
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड्स मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में सुधार करते हैं, जो स्मृति, एकाग्रता और समग्र मस्तिष्क प्रदर्शन जैसे कामों को बढ़ावा देता है.
डार्क चॉकलेट में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो मस्तिष्क में एंडोर्फिन को रिलीज करते हैं जिससे खुशी और अच्छी भावनाएं पैदा होती हैं. इसमें सेरोटोनिन भी होता है, जो प्राकृतिक डिप्रेशनरोधी के रूप में काम करता है.
डार्क चॉकलेट के सेवन को शरीर में कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन में कमी आती है. इससे तनाव कम करने और रिलेक्स वाली फीलिंग बढ़ती है.