नई दिल्ली : शरीर में विटामिन की कमी होने पर बीमारियां आपको घेरने लगती है। जिसके लिए डॉक्टर की सलाह से ही काम करना चाहिए। लेकिन कई सेल्फ मेडिकेशन में पूरा भरोसा रखते हैं यानी खुद से ही दवा ले लेना। कई बार जब शरीर में विटामिन डी या सी की कमी होती है तो मरीज मन से ही दवा लेने लगते हैं। जिसके साइड इफेक्ट्स होने पर डॉक्टर के पास जाते हैं।
– कैल्शियम का स्तर बढ़ना – जब शरीर में ब्लड कैल्शियम का स्तर बढ़ जाता है तो वह हापरकैल्सीमिया का शिकार हो जाते हैं। यह विटामिन डी के साइड इफेक्ट से होता है। इस बीमारी में थकावट लगना, चक्कर आना, पेट दर्द, पाचन की समस्या, अधिक प्यास लगना। इतना ही नहीं शरीर में कैल्शियम के पत्थर बनने की संभावना भी बढ़ जाताी है। ,
– जिन्हें किडनी की पहले से ही अधिक बीमारी है उन्हें विटामिन डी का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। अन्यथा किडनी ग्रसित मरीज की तबीयत और अधिक बिगड़ सकती है।
– विटामिन डी से हड्डियां मजबूत होती है लेकिन अधिक मात्रा होने पर विटामिन के -2 का स्तर बढ़ जाता है। जिससे हड्डियां कमजोर पड़ सकती है।
विटामिन सी (Vitamin C) के साइड इफेक्ट
– अति हर चीज की बुरी होती है। अगर आप हद से अधिक विटामिन सी का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक है। इससे आपका पेट भी खराब हो सकता है। डी हाइड्रेशन की समस्या भी हो सकती है।
– विटामिन सी के अधिक सेवन से हार्टबर्न जैसी समस्या भी हो सकती है। छाती में जलन होना,गले में जलन होना।
– अगर आप विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करते हैं तो आपको जी मचलाने की समस्या शायद नहीं हो लेकिन दवा के डोज अधिक संभावना होती है।
– पेट में मरोड़े आना। रूक-रूक कर पेट दुखना। जैसी समस्या पैदा हो सकती है।
– सबसे गंभीर समस्या नींद नहीं आना। अगर इंसान की निंद पूरी नहीं होती है तो वह एक नहीं अनेक बीमारियों की चपेट में आ जाता है। बीपी बढ़ना, तनाव होना, चिड़चिड़ापन होना।