दिल्ली में दहशत का माहौल, उपराज्यपाल से मिलेंगे ‘आप’ नेता : सौरभ भारद्वाज
नई दिल्लीः दिल्ली में कानून-व्यवस्था को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना की भूमिका और प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए रविवार को दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में गोलीबारी की ताजा घटनाओं के कारण दहशत का माहौल है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह और विधायक दुर्गेश पाठक समेत कई आप नेता सोमवार को उपराज्यपाल से मिलकर शहर की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर तत्काल कार्रवाई की मांग करेंगे।
भारद्वाज और पाठक ने रविवार को नारायणा शोरूम का दौरा किया, जहां हाल ही में गोलीबारी की घटना हुई थी। उन्होंने दावा किया कि इन घटनाओं से राजधानीवासियों और व्यापार मालिकों में डर बढ़ रहा है। भारद्वाज ने अपने दौरे के दौरान कहा, ‘‘यह नारायणा का मुख्य सड़क क्षेत्र है, जो शाम 7:15 बजे के आसपास व्यावसायिक रूप से सर्वाधिक व्यस्त रहता है। ऐसे समय में गैंगस्टर हथियारों के साथ एक शोरूम में घुसकर 24 गोलियां चलाते हैं। अंदर मौजूद एक व्यक्ति के सिर से बंदूक सटा दी गई।”
पाठक ने व्यापारियों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के बावजूद पुलिस की कथित निष्क्रियता की आलोचना की और बताया कि शोरूम प्रधानमंत्री के आवास से केवल कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। इससे पहले दिन में भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपराज्यपाल से पुलिस आयुक्त और गृहमंत्री अमित शाह के साथ गोलीबारी वाले स्थल का दौरा करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में दहशत का माहौल है, ऐसी स्थिति पहले कभी पैदा नहीं हुई। भारद्वाज ने राजधानी में सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘आज दिल्ली में दहशत का माहौल है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि मेरी दिल्ली में ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं रही।”
इस बीच आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। पूरी तरह से जंगल राज है। लोग देश की राजधानी में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। दिल्ली की कानून-व्यवस्था अमित शाह जी के अधीन है और उन्हें तुरंत प्रभावी कदम उठाने होंगे।” पिछले कुछ दिनों में शहर के विभिन्न इलाकों से महंगी कार के ‘सेकेंड-हैंड’ शोरूम, एक होटल और एक मिठाई की दुकान को निशाना बनाकर गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस को संदेह है कि ये घटनाएं गिरोहों द्वारा जबरन वसूली करने के प्रयास से जुड़ी हैं। आप विधायकों ने ऐसे अपराधों पर नजर रखने के लिए थाना स्तर पर निगरानी समितियों को पुनर्जीवित करने की भी मांग की है।