शरीयत में लव जेहाद जैसा कोई लफ्ज नहीं : वसीम रिजवी
लखनऊ : शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने मेरठ में मां बेटी की हत्या की घटना को मुस्लिम समुदाय के लिये शर्मनाक करार देते हुये कहा कि शरीयत में ‘लव जेहाद’ जैसा कोई शब्द नहीं है। श्री रिजवी ने गुरूवार को कहा “ मेरठ की घटना एक शर्मनाक वाक्या है जिसमें मुसलमानो काे शर्मिंदा किया है। अपना नाम बदल कर अपनी धार्मिक पहचान छिपा कर मोहब्बत का खेल खेलना और फिर कत्ल कर देना लव जेहाद एक तालिबानी सोच है। मुसलमान लड़के इस सोच के तहत बर्बाद हो रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वो जो गुनाह कर रहे है, उनकी सजा उन्हे इस दुनिया में तो मिलेगी,शाइन तौर पर भी वह गुनाहगार है।
शरीयत में लव जेहाद कहीं नहीं है। तालिबानी सोच के ये लड़के हिन्दुस्तान का माहौल खराब कर रहे है जो निश्चित तौर पर मुसलमानो के लिये शर्मिंदा होने की बात है। गौरतलब है कि मेरठ में शमशाद नामक व्यक्ति ने मां-बेटी की हत्या कर उनके शव को घर में ही दफना दिया था। महिला की पहचान गाजियाबाद के लोनी निवासी प्रिया के तौर पर हुई थी, जो पिछले पांच साल से अपनी बच्ची कशिश के साथ आरोपी की पत्नी बनकर रह रही थी।
पुलिस के मुताबिक शमशाद ने पांच साल पहले हिंदू नाम बताकर विवाहित प्रिया को अपने प्रेम जाल में फंसाया और दोनो मेरठ आकर रहने लगे। जब प्रिया को पता चला कि शमशाद ने झूठा नाम और मजहब बताकर उसे फंसाया है, तो विरोध शुरू हो गया। पिछली 28 मार्च को शमशाद ने मां-बेटी की हत्या कर शव घर के अंदर जमीन में गाड़ दिया। पुलिस ने शमशाद को गिरफ्तार कर लिया है।