देहरादून: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के चलते एक बार फिर से नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर अन्य तरह के प्रतिबंधों पर भी विचार किया जा सकता है। प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का केस मिलने के बाद सरकार व शासन सतर्क हो गए हैं। मुख्य सचिव एसएस संधु की अध्यक्षता में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
अब आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश में नाइट कर्फ्यू व अन्य प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सकता है। गुरुवार को मुख्य सचिव एसएस संधु की अध्यक्षता में शासन, स्वास्थ्य व पुलिस के अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों को संक्रमण से बचाव के लिए ठोस कार्यवाही के निर्देश दिए।
उन्होंने अस्पतालों में बेड, आक्सीजन व दवाइयों की समुचित व्यवस्था करने को कहा। इसके साथ ही कोविड टेस्टिंग तथा डोर टू डोर सर्वे को तीव्र गति से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर दिन ओमिक्रोन वेरिएंट के संक्रमण संबंधी सभी पहलुओं पर विचार किया जाए।
बीते दिन देहरादून जिले में ओमिक्रॉन का एक केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विदेश से दिल्ली और दिल्ली से देहरादून आई एक युवती में कोविड का खतरनाक ओमीक्रोन संक्रमण की पुष्टि होने के बाद गुरुवार को उत्तराखंड मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य सहित तमाम संबंधित विभाग अधिकारियों की बैठक हुई।
ओमिक्रॉन संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों पर उच्च स्तरीय बैठक में विचार-विमर्श करते हुए राज्य के समस्त जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस खतरनाक वायरस से बचाव पर मुख्य सचिव द्वारा ठोस कार्रवाही के निर्देश दिए गये। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव ने आदेश दिया कि अगर आवश्यकता पड़े तो सख्त कदम के दृष्टिगत नाइट कर्फ्यू एवं अन्य प्रतिबंध पर भी पर जिलाधिकारी अपने विवेक अनुसार निर्णय ले सकते हैं।