पेमेंट को लेकर हुआ था विवाद, विदिशा में आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या का खुलासा; मुख्य आरोपी समेत पांच गिरफ्तार
विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा में आरटीआई कार्यकर्ता रंजीत सोनी की हत्या के मामले में कथित शार्प शूटर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पूर्व सरकारी ठेकेदार सोनी की गुरुवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस ने शार्प शूटर अंकित यादव उर्फ टुंडा, जसवंत सिंह, नरेश शर्मा, ऐश कुमार चौबे और शैलेंद्र पटेल को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार सोनी ने 2015-16 में कथित तौर पर एक ठेकेदार जसवंत सिंह को 4.60 लाख रुपये का चेक दिया था लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने कहा कि बाद में कुछ अन्य भुगतानों पर भी उनका विवाद था और सोनी ने बाद में कथित तौर पर सिंह और अन्य को परेशान करने के लिए उनके द्वारा लिए गए कार्यों की जानकारी हासिल करने के लिए आरटीआई आवेदन दिया था।
आरोपी पर पहले से भी कई मामले दर्ज
अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को एक स्थानीय अदालत में चेक बाउंस होने के मामले में सुनवाई हुई। पुलिस के अनुसार सिंह और अन्य ने सोनी से छुटकारा पाने के लिए कथित तौर पर यादव को उसकी हत्या के लिए एक से दो लाख रुपये की सुपारी दी। यादव पर हत्या के प्रयास सहित कई आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। आरोपियों ने यादव को कथित तौर पर 25 हजार रुपये का अडवांस पेमेंट किया और उसके लिए एक देशी पिस्तौल की भी व्यवस्था की।
24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा
गुरुवार शाम को यादव ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने सोनी की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। सोनी यहां किसी काम से गए थे। एसपी शुक्ला ने कहा कि जांच के दौरान मिले सुरागों पर काम करते हुए यादव और चार अन्य को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत गिरफ्तार कर मामले में आगे जांच की जा रही है। एसपी ने 24 घंटे के अंदर हत्या के इस मामले का खुलासा करने वाले पुलिस दल को दस हजार रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की।