
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन के बाद कीमती धातुओं के बाजार में हलचल देखने को मिल रही है। सोमवार 3 नवंबर को चांदी के दामों में करीब 2000 रुपये प्रति किलो की बढ़त दर्ज की गई है। लगातार कई दिनों से चल रही गिरावट के बाद आज बाजार में तेजी देखने को मिली है। वहीं, सोने के भाव में भी पिछले कई दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया है।
सोना और चांदी दोनों में दिखी स्थिरता
पिछले 15 दिनों में सोने की कीमतों में लगभग ₹50,000 तक की गिरावट आई थी। लेकिन सोमवार को बाजार में सुधार दिखा और गिरावट का पैटर्न टूट गया। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों की ओर से दोबारा रुचि बढ़ने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सुधार के चलते कीमती धातुओं के दाम स्थिर हुए हैं।
दिल्ली और चेन्नई में बड़ा अंतर
3 नवंबर को दिल्ली में 1 किलोग्राम चांदी की कीमत ₹1,54,000 रही, जबकि चेन्नई और हैदराबाद में यही रेट ₹1,68,000 प्रति किलो तक पहुंच गया। यानी दक्षिण भारतीय शहरों में चांदी का भाव उत्तर भारत के मुकाबले करीब ₹14,000 ज्यादा है। मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, गुरुग्राम, लखनऊ, जयपुर, पटना, भुवनेश्वर और बेंगलुरु में भी चांदी का भाव ₹1,54,000 प्रति किलो पर कारोबार कर रहा है।
दिल्ली – ₹1,54,000 (1Kg)
मुंबई – ₹1,54,000 (1Kg)
अहमदाबाद – ₹1,54,000 (1Kg)
चेन्नई – ₹1,68,000 (1Kg)
कोलकाता – ₹1,54,000 (1Kg)
गुरुग्राम – ₹1,54,000 (1Kg)
लखनऊ – ₹1,54,000 (1Kg)
बेंगलुरु – ₹1,54,000 (1Kg)
जयपुर – ₹1,54,000 (1Kg)
पटना – ₹1,54,000 (1Kg)
भुवनेश्वर – ₹1,54,000 (1Kg)
हैदराबाद – ₹1,68,000 (1Kg)
त्योहारों के बाद मांग में आई थोड़ी कमी
त्योहारी सीजन के दौरान देशभर में सोना और चांदी की जमकर खरीदारी हुई थी। लेकिन अब त्योहार खत्म होने के बाद बाजार में मांग थोड़ी धीमी पड़ गई है। इसकी वजह से बीते कुछ दिनों में दामों में गिरावट देखने को मिली थी। इसके साथ ही अमेरिका और चीन के बीच जारी आर्थिक वार्ताओं में सुधार की खबरों से भी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता आई है। निवेशक अब कीमती धातुओं की बजाय अन्य निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सोना-चांदी की खरीद फिलहाल धीमी हो गई है।
इंडस्ट्री में बढ़ रही चांदी की मांग
अब चांदी केवल आभूषणों या बर्तनों तक सीमित नहीं रह गई है। इसका इस्तेमाल मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर चिप्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सोलर पैनलों में भी तेजी से बढ़ रहा है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, आज करीब 60 से 70 फीसदी चांदी का उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में हो रहा है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं।
आने वाले दिनों में फिर बढ़ सकते हैं दाम
मार्केट विश्लेषकों का मानना है कि यदि औद्योगिक मांग इसी रफ्तार से बढ़ती रही, तो आने वाले दिनों में चांदी के दामों में और बढ़ोतरी संभव है। वहीं, निवेशक भी अब कीमती धातुओं में एक बार फिर निवेश करने की ओर झुकाव दिखा रहे हैं, जिससे बाजार में स्थिरता और मजबूती दोनों की उम्मीद की जा रही है।



