पूरी दुनिया में 2020 में मलेरिया के 1 करोड़ 40 लाख मामले आए सामने, भारत में बीमारी के बोझ में कमी: WHO
नई दिल्ली: दुनियाभर में मलेरिया मामलों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संघटन (WHO) की एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 की तुलना में साल 2020 में दुनिया भार में मलेरिया के लगभग 14 मिलियन (1 करोड़ 40 लाख) अधिक मामले सामने आए हैं। इसके साथ-साथ पूरी दुनिया में मलेरिया की वजह से 69,000 से अधिक मौतें दर्ज की गई है। हालांकि, इसमें भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां मलेरिया के मामलों में कमी देखने को मिली है। हालांकि, यह कहा गया है कि भारत में बीमारी की गिरावट की दर महामारी से पहले की तुलना में धीमी थी।
डब्ल्यूएचओ की विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2021 ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दुनिया के सबसे गरीब और सबसे कमजोर लोगों पर मलेरिया का कहर जारी है। इसने मलेरिया फंडिंग में बड़े अंतर को भी उजागर किया क्योंकि प्रगति को बनाए रखने की मांग पिछले साल बढ़कर 6.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई, जबकि मलेरिया फंडिंग में मामूली वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, भारत में प्रति व्यक्ति मलेरिया फंडिंग पड़ोसी देशों की तुलना में कम है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2019 और 2020 के बीच मलेरिया के बोझ में कमी को बनाए रखने वाला भारत एकमात्र देश है। डबल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि मलेरिया केस बढ़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह टेस्ट में कमी और इसके लिए उठाए जाने वाले उपायों में कमी है।