कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में बहुत कुछ होगा पहली बार, 50 विमानों का फ्लाइ पास्ट भरेगा रोमांच
नई दिल्ली : राजपथ के कर्तव्य पथ बनने के बाद होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए इस बार भव्य और यादगार परेड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कई नई श्रृंखला शुरू की जा रही है। राफेल ओर सुखोई समेत वायुसेना के लड़ाकू विमानों के आकाशीय करतबों के साथ पहली बार कर्तव्य पथ पर नौसेना का सबसे पुराना टोही विमान आइएल 38 कर्तव्य पथ के आकाश पर पहली और आखिरी बार अपने जौहर दिखाएंगे। सांस्कृतिक झांकियां भी बदलते भारत के नए अंदाज और अहसास का अनुभव कराएंगी।
मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी 74वें गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे और मिस्त्र की सेना के 120 सदस्यों की टुकड़ी पहली बार कर्तव्य पथ पर सलामी मार्च पास्ट का हिस्सा होगी। कर्तव्य पथ के गणतंत्र दिवस समारोह में दर्शकों की संख्या भले ही कम कर दी गई है मगर इसमें जन भागीदारी बढ़ाते हुए वीआइपी आमंत्रण पास की संख्या में भारी कटौती की गई है। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने गणतंत्र दिवस परेड कार्यक्रमों के बारे में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि कुल 45,000 दर्शक राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ पर भव्य गणतंत्र दिवस 2023 परेड देखने आएंगे। इससे पूर्व हर साल 1.25 लाख से अधिक लोगों को आमंत्रित किया जाता और कोविड काल केवल अपवाद था जब केवल 25,000 लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। 32000 टिकट आनलाइन बेची जा रही है और कुछ टिकटें काउंटर से भी जनता को मिलेंगी। जबकि वीआइपी मेहमानों को 12000 अतिथि पास ही जारी किए जाएंगे जिनकी संख्या पहले 50,000 – 60,000 से भी अधिक होती थी। बीटिंग द रिट्रीट समारोह की 10 प्रतिशत सीटें भी आम जनता के लिए आरक्षित की गई हैं।
रक्षा सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनभागीदारी के दृष्टिकोण को दर्शाते हुए समारोहों की योजना बनाई गई है। समारोह की शुरूआत नेताजी सुभाषचंद्र बोस और आइएनए के दिग्गजों और आदिवासी समुदाय के वीरों को श्रद्धांजलि से होगी जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अतुलनीय योगदान दिया। इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के तहत कई नए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें मिलिट्री टैटू और ट्राइबल डांस फेस्टिवल, वीर गाथा 2.0, वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सैन्य और तट रक्षक बैंड का प्रदर्शन; राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अखिल भारतीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता, बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान ड्रोन शो और प्रोजेक्शन मैपिंग आदि शामिल हैं।
इतना ही नहीं सशस्त्र बल हॉर्स शो, खुकुरी डांस, गतका, मल्लखंब, कलरीपयट्टू, थांग-टा, मोटरसाइकिल डिस्प्ले, एयर वारियर ड्रिल, नेवी बैंड और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन करेंगे। परेड और मार्च पास्ट की सलामी के बाद 23 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के आथ छह विभिन्न मंत्रालयों-विभागों की देश की प्रगति और संस्कृति को दर्शाती झांकियां भी दर्शकों को लुभाएंगी। कर्तव्य पथ पर बेशक गणतंत्र दिवस समारोह का बड़ा रोमांच लड़ाकू विमानों का फ्लाइ पास्ट होगा जिसमें इस बार 50 विमान हिस्सा लेंगे। इसमें 23 फाइटर जेट, 18 हेलीकॉप्टर, आठ मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमान और एक पुराना विमान होगा और यह पुराना विंटेज विमान नौसेना का टोही विमान आइएल 38 होगा। नौसेना के इस विमान को गणतंत्र दिवस परेड में पहली ओर आखिरी बार देखा जाएगा क्योंकि इस साल के आखिर में आइएल 38 विमान रिटायर कर दिया जाएगा।