तेज हवा के साथ इन राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी की ये चेतावनी
नई दिल्ली: मानसून विदाई के कगार पर खड़ा है लेकिन चक्रवात के असर से अभी मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। चक्रवाती तूफान गुलाब ओडिशा के समुद्री तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ चुका है, लेकिन ‘गुलाब’ का असर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार होते हुए अन्य राज्यों तक पहुंच रहा है। गुजरात, कोंकण और मराठवाड़ा में भी मध्यम से तेज बारिश हो रही है। आईएमडी ने तेलंगाना के 14 जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और गुजरात बारिश होने की संभावना है। उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। आज दिल्ली में भी कुछ इलाकों में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग (MID) ने दिल्ली में भी बारिश होने की संभावना जताई है। एमआईडी की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में 2 अक्तूबर तक मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र, कोंकण के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य महाराष्ट्र, कोंकण में तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने गुजरात, उत्तरी कोंकण, उत्तर-मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में तेज बारिश की संभावना जताई है। महाराष्ट्र के कई इलाकों के लिए मौसम विभाग ने ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। आपको बता दें कि येलो अलर्ट ‘बिजली, तेज हवाओं और गरज के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश’ का संकेत देता है।
ओडिशा के मौसम विभाग के निदेशक के मुताबिक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा के उत्तरी तटीय क्षेत्रों में मध्यम वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। झारखंड और पश्चिम बंगाल से सटे जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। मछुआरों को 30 सितंबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार देश के पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में, बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है बारिश की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में उत्तराखंड और हिमाचल में भी बारिश जारी रहेगी। प्रदेश में चार अक्तूबर तक मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। इस दौरान प्रदेश में मैदानी व मध्य पर्वतीय कुछ भागों में बारिश की संभावना है। वहीं उच्च पवर्तीय एक-दो भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं।
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक तेलंगाना और इससे सटे मराठवाड़ा और विदर्भ पर बना डिप्रेशन कमजोर होकर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। अब यह मराठवाड़ा और महाराष्ट्र के आस-पास के हिस्सों पर है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य महाराष्ट्र, कोंकण में तेज बारिश हो सकती है। गुजरात में चक्रावात गुलाब के प्रभाव से मौसम विभाग ने अगले चार दिन राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में 2 अक्टूबर तक भारी बारिश का अनुमान है।
स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि बिहार, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पूर्वोत्तर भारत, में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती।