जैवलिन थ्रो में होगा भारत-PAK का मुकाबला, फाइनल में ये 3 भारतीय
बुडापेस्ट : हंगरी के बुडापेस्ट में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2023 के जैवलिन थ्रो इवेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. नीरज चोपड़ा के बाद डीपी मनु और किशोर जेना ने भी फाइनल मुकाबले में एंट्री कर ली है. डीपी मनु और किशोर जेना ने क्रमश: छठे और नौवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई. डीपी मनु का बेस्ट थ्रो 81.31 मीटर रहा, वहीं जेना ने 80.55 का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
मेन्स जैवलिन थ्रो इवेंट के लिए 37 जेवलिन थ्रोअर्स में से कुल 12 खिलाड़ियों ने फाइनल मुकाबले में जगह बनाई. नीरज चोपड़ा के अलावा पाकिस्तान के अरशद नदीम और चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेच ही ऑटेमेटिक क्वालिफाई कर पाए. नदीम ने 86.79 मीटर का लाजवाब थ्रो किया, वहीं वाडलेच का बेस्ट अटेम्प 83.50 मीटर रहा. ऑटेमेटिक क्वालिफाई करने के लिए क्वालिफिकेशन मार्क 83 मीटर था.
ऐसे में डीपी मनु और किशोर जेना समेत 9 खिलाड़ियों ने टॉप-12 में फिनिश करने के चलते फाइनल में एंट्री ली. अब वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड के लिए इन 12 एथलीट्स के बीच रविवार (27 अगस्त) को जंग देखने को मिलेगी. इन 12 में से तीन खिलाड़ी भारत और एक पाकिस्तान के होंगे.
नीरज चोपड़ा की बात करें तो उन्होंने पहली ही कोशिश में 88.77 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाई. मौजूदा सीजन में नीरज चोपड़ा का ये बेस्ट प्रदर्शन है. इससे पहले उनका वर्तमान सीजन में बेस्ट प्रदर्शन 88.67 रहा था. नीरज चोपड़ा ने इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भी क्वालिफाई कर लिया. पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक खेला जाएगा. जैवलिन थ्रो इवेंट में कुल 37 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. चौंकाने वाली बात ये है कि मौजूदा चैम्पियन एंडरसन पीटर्स फाइनल में जगह नहीं बना पाए. वह ओवरऑल स्टैंडिंग में 16वें स्थान पर रहे.
नीरज चोपड़ा ने अमेरिका में 2022 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और वह इस बार यहां स्वर्ण पदक के दावेदारों में शुमार है. वैसे किसी भी प्रतिभागी को भी यहां प्रबल दावेदार नहीं कहा जा सकता. अगर चोपड़ा विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लेते हैं तो वह निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप की व्यक्तिगत स्पर्धा में पीला तमगा जीतने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे. बिंद्रा 2008 में व्यक्तिगत स्पर्धा का ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे, उन्होंने 2006 में जगरेब में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया था.
आपको बता दें कि किशोर जेना का का वीजा हंगरी के दूतावास ने रद्द कर दिया था. जेना का वीजा रद होने के बाद नीरज चोपड़ा एक्शन में आ गए थे. नीरज ने वीजा मुद्दे को सुलझाने के लिए विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की थी. नीरज की कोशिशें रंग लाईं और किशोर जेना को हंगरी का वीजा मिल गया. अब उन्होंने फाइनल में पहुंचकर भारतीय फैन्स को झूमने का मौका दिया है.