स्वास्थ्य

बाथरूम में हार्ट अटैक आने के होते हैं ये 3 कारण, जान बचाने के लिए जरूरी जानकारी

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई चाहता है वह चुस्त-दुरुस्त रहें लेकिन अफसोस कि उसे समय नहीं मिल पाता है। आज के समय मे व्यक्ति पैसा कमाने में इतना मशगुल हो चुका है कि वह अपने खाने-पीने के से लेकर स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाता है। इस लापरवाही के कारण कब शरीर में कौन सी बीमारी घर कर जाती है।

इसका पता भी नहीं चल पाता है और कब यह गंभीर रूप ले लेती हैं इस बात की भी जानकारी नहीं हो पाती है आज हम आपको एक ऐसी समस्या के बारे में बताने वाले हैं जिस से आधे से ज्यादा लोग परेशान रहते हैं। अपने दिल की बातों के बारे में बेशक आप ही जानते हैं, लेकिन आपके दिल से जुड़ी कई बातें ऐसी भी हैं जिनके बारे में आपका जानना बेहद जरूरी है। इन बातों को सुनकर आपको हैरानी हो सकती है. लेकिन बात जब आपके दिल के स्वास्थ से जुड़ी हो तो इन्हें गंभीरता से लेने में ही भलाई है। हालांकि हार्ट अटैक किसी को भी, कभी भी पड़ सकता है,

बता दे हार्ट अटैक मौजूदा दौर की सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। हार्ट अटैक के कारण कोई भी व्यक्ति चंद पलों में अपनी जान गंवा सकता है। अधिकतर मामलों में लोगों को बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने की बात सामने आती है और इसी कारण उनकी जान बचाना मुश्किल हो जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने के पीछे क्या वजह हो सकती है अगर नहीं तो हम आपको इसके पीछे के तीन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन संकेतों को ध्यान में रखकर आप अगली दफा खुद को बचा सकते हैं।

बाथरूम में हार्ट अटैक आने के तीन कारण
नहाते वक्त ब्लड प्रेशर का बढ़ना या घटना
अक्सर नहाते वक्त हमारे शरीर का रक्तचाप यानी की ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है। दरअसल इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं

अचानक गर्म पानी या ठंडा पानी के नीचे जाना।
बॉडी को साफ करने में ज्यादा प्रेशर लगाना।
दोनों पैरों के सहारे ज्यादा देर तक बैठे रहना।
जल्दी बाजी मे नहाना।
बाथटब में ज्यादा बैठे रहना।
आपको बता दें कि इन चीजों से हमारा हार्ट रेट प्रभावित होता है, जो रक्त प्रवाह को प्रभावित करते हुए हमारी धमनियों पर दबाव बढ़ा देता है। जिससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थिति होने की संभावना बढ़ जाती है।

टॉयलेट का प्रेशर साबित होता है खतरनाक
टॉयलेट सीट पर बैठने या फिर आम भारतीय घरों में प्रयोग किए जाने वाले टॉयलेट के इस्तेमाल के दौरान लोगों को अधिक प्रेशर लगाना या फिर ज्यादा देर तक बैठना पड़ता है, जिससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है। इससे न केवल दिल की धमनियों पर प्रभाव पड़ता है बल्कि रक्त का प्रवाह भी बाधित होता है, जिसके कारण अक्सर लोगों को बाथरूम में हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट होता है।

सिर पर ठंडे पानी से भी होता है हार्ट अटैक
विशेषज्ञों के मुताबिक, नहाते वक्त अक्सर सबसे पहले लोगों को अपने तलवों पर पानी डालना चाहिए उसके बाद ही सिर और बाकी हिस्सों को धीरे – धीरे गिला करना चाहिए। जब सीधे सिर पर ठंड़ा पानी पड़ता है तो रक्तचाप प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है। जो न केवल दिल के दौरा का कारण बन सकता है बल्कि हमारे लिए घातक भी साबित हो सकता है।

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