नई दिल्ली : फूलगोभी एक ऐसी सब्जी है, जो अमूमन हर किसी को पसंद होती है। वैसे तो यह बाजार में हर मौसम में मिल जाती है। लेकिन सर्दियों के सीजन में ताजी और अच्छी फूलगोभी मिलती है। अगर आप फूलगोभी खाने के शौकीन हैं और उसे अलग-अलग तरीके से बनाकर खाने का बहाना ढूंढते रहते हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाइए। जी हां, अक्सर लोग सर्दियां शुरू होते ही मटर फूलगोभी, फूलगोभी के पराठे, फूलगोभी के पकौड़े जैसी रेसिपी खाना ज्यादा पसंद करते हैं। फूलगोभी की सब्जी टेस्टी होने की वजह से लोगों के बीच काफी पसंद भी की जाती है। बात अगर इसमें मौजूद पोषक तत्वों की करें तो फूलगोभी को न्यूट्रिशन का पावरहाउस माना जाता है।
फूलगोभी में विटामिन सी, फाइबर, फोलेट विटामिन के, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे कई पोषक तत्वों के साथ एंटी ऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं। जो सेहत को कई तरह के लाभ देते हैं। बावजूद इसके कुछ लोगों को फूलगोभी का सेवन संभलकर करने की सलाह दी जाती है।
फूलगोभी में मौजूद फाइबर की अधिकता पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकती है। जिससे व्यक्ति के पेट में सूजन, गैस और दस्त की समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आप पहले से ही पाचन सबंधी दिक्कतों से जुझ रहे हैं तो फूलगोभी का सेवन सीमित मात्रा में या डॉक्टर से पूछकर ही करें। फूलगोभी में मौजूद कुछ यौगिक पाचन एंजाइमों को रिस्ट्रिक्ट कर सकते हैं। जिससे शरीर के लिए कुछ पोषक तत्वों को तोड़ना कठिन हो जाता है। इस वजह से पोषक तत्वों का एब्जॉर्प्शन खराब हो सकता है और व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। फूलगोभी में मौजूद हाई फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा पेट फूलना और सूजन जैसी समस्या पैदा कर सकती है।
फूलगोभी का अधिक सेवन यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि फूलगोभी में प्यूरीन नामक यौगिक ब्लड में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, सूजन जैसी परेशानी ज्यादा परेशान कर सकती है। फूलगोभी में मौजूद गोइट्रोजेन्स प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कॉम्पोनेंट हैं, जो थायरॉइड फंक्शन को बिगाड़ सकते हैं। फूलगोभी का ज्यादा सेवन थायराइड हार्मोन को रिस्ट्रिक्ट कर सकता है।
फूलगोभी में ऑक्सालेट की मात्रा ज्यादा होती है, जिसे किडनी की पथरी के लिए जिम्मेदार माना जाता है। अगर आपको पहले से ही किडनी में पथरी की समस्या है, तो फूलगोभी का सेवन आपके जोखिम को और ज्यादा बढ़ा सकता है। फूलगोभी में मौजूद पोटेशियम की अधिकता की वजह से व्यक्ति का खून धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगता है। जो लोग पहले से ही खून गाढ़ा करने की दवा खा रहे हैं तो बेहतर होगा कि वे डॉक्टर की सलाह के बाद ही फूलगोभी का सेवन करें।
गलत तरीके से फूलगोभी खाने से पेट में गैस और पाचन संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं, तो हमेशा पकी हुई फूलगोभी खाएं। कई लोग गोभी में कीड़े होने की वजह से इसे उबालकर खाना पसंद करते हैं। लेकिन गोभी खाने का यह तरीका सही नहीं माना जाता है। गोभी को उबालने से इसके भीतर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लगभग खत्म हो जाते हैं।