नई दिल्ली: योग करके हम आपके शरीर को फिट रख सकते हैं। योग हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है, चाहे वह बड़ा हो, चाहे वह छोटा। बच्चों का शरीर बहुत ही लचीला होता है, जिससे उन्हें योग करने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है। अगर बचपन से योग को दिनचर्या में शामिल कर लिया जाए फिर तो सेहत जीवनभर तंदुरुस्त रहता है।
तो आज हम ऐसे 7 तरह के योग के आसन लेकर आए हैं, जिसे देख कर आप अपने बच्चों को करवाएंगे, तो उनके जीवन में जो भी मानसिक तनाव है या शारीरिक असवस्थता है, वह दूर होने के साथ-साथ उनका शरीर भी हमेशा फिट रहेगा।
बच्चों के लिए 7 प्रकार के योगसन
- ब्रिज पोज़ (सेतु बंध सर्वंगासन)- यह योगासन बच्चों के लिए बहुत ही लाभप्रद है। यह करने से पहले स्ट्रेच, कंधों, जांघों, कूल्हों और छाती, पीठ और हैमस्ट्रिंग को मजबूत बनता है। यह रीढ़ की लचीलेपन को बढ़ाता है।
- ट्री पोज़ (वृक्षासन)- यह योगासन बच्चों में संतुलन और एकाग्रता में सुधार करने के साथ पैर, छाती, जांघ की मांसपेशियों, बछड़ों और टखनों को मजबूत करता है।
- कोबरा पोज़ (भुजंगासन)- यह योग रीढ़ को मजबूत करता है। छाती, कंधे, पेट और पेट के अंगों को स्वस्थ रखता है । अस्थमा जैसी श्वास समस्याओं के लिए यह योगा अच्छा होता है।
- कैट पोज़ (मार्जरासन)- इस योगा को करने से रीढ़, गर्दन, धड़ और पेट के अंगों को आराम मिलता हैं।
- धनुष मुद्रा (धनुरासन)– यह योगा पीठ, कंधे, छाती और पैर को मजबूत बनाता है। कूल्हे में लचीलापन लाने के साथ पाचन तंत्र को नियंत्रित करता है।
- मेंढक मुद्रा (मंडुकासना)– यह योगा कूल्हों, जांघों और रीढ़ को खिचाओं देने का काम करता हैं।
- आसान मुद्रा (सुखासन)– यह योगा पीठ, जांघों और कूल्हों के लिए अच्छा होता हैं। इससे घुटनों और पैरों का खिंचाव बना रहता है और साथ ही यह चिंता और तनाव को कम करने में मदद करता है।