नई दिल्ली : अक्टूबर का महीना चल रहा है और मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। बारिश होने की वजह से गुलाबी सर्दी महसूस होने लगी है। बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, बुखार, बदन दर्द, सिरदर्द, आंखों में जलन, पेट दर्द और फ्लू जैसी बीमारियों के शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है, विशेष रूप से उन लोगों की जिनकी इम्यूनिटी पॉवर कमजोर है।
यह मौसम किसी को भी बीमार कर सकता है। बदलते मौसम में सेहत की देखभाल कैसे करें यह जानना जरूरी है। आज हम अपने खास खबर के पाठकों को बदलते मौस में स्वयं को बीमारियों से किस तरह बचाकर रख सकते हैं उसके कुछ उपाय बताने जा रहे हैं—
बदलते मौसम में स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले आप सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीएं। यह बॉडी को डिटॉक्स, डाइजेशन दुरुस्त करता है और स्किन को ड्राई होने से बचाता है। ब्रश करने के बाद रात को भिगोए अखरोट व बादाम जरूर खाएँ। यह शरीर को मजबूती प्रदान करता है। सुबह भरपेट नाश्ता करें, ताकि इंफेक्शन न हो। नाश्ते में आप सूप, हरी सब्जियां, फल और ग्रीन टी ले सकते हैं। गुलाबी सर्दी की शुरूआत हो चुकी है इसे हल्के में न लें। अभी से सुबह के वक्त गरम कपड़ों को पहनना शुरू करें।
बीमारियों से बचने में खान-पान का अहम भूमिका है। बदलते मौसम में खानपान में भी बदलाव करना जरूरी है। बदलते मौसम में मूड स्विंग ज्यादा होता है। ऐसे में खाने में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा लेना चाहिए। यह हमें मूड स्विंग और डिप्रेशन से दूर रखता है, दिल और दिमाग को अच्छा महसूस होता है। अंडे का सफेद वाला हिस्सा, टमाटर, चावल, गेहूं, सेब और ड्राई फ्रूट्स कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा पाया जाता है।
हल्दी, तुलसी और अदरक एंटीबायोटिक हैं। यह इम्यून सिस्टम स्ट्रांग करते हैं। इनका सेवन रोजाना करें। इसके अलावा संतरा, मौसमी जैसे रसीले फलों में भरपूर मात्रा में मिनरल्स और विटमिन-सी होता है। फल एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए फल रोजाना खाएं।
इस मौसम में हेल्दी डाइट, पूरी नींद जरूरी है। नींद पूरी होने के बाद तरोताजा महसूस होता है। गाजर और टमाटर का इस्तेमाल भरपूर मात्रा में करें। दोनों में बीटा कैरोटीन और दूसरे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बॉडी से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
जब भी आप कहीं घूमने या काम से कहीं बाहर जाएं तो बाहर के खाने से बचें। इसका सबसे बड़ा कारण तेल है। बाहर इस्तेमाल किए जाने वाले तेल की क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं होती। इसके कारण पेट खराब या फूड इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। इस कारण बीमारी की चपेट में आसानी से आ जाते हैं और इम्यूनिटी पावर भी कम होता है।
आज कल बिन मौसम बरसात हो रही है। ऐसे में अपने खानपान का पूरा ध्यान रखें। मौसम के हिसाब से ही खाना खाएँ। इस मौसम में बच्चों का खास ख्याल रखें। उन्हें खाने में ठंडा या बहुत ज्यादा गर्म खाने को न दें। विशेष रूप से कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम से बच्चों को दूर रखें।
यदि आप बीमार हैं तो आप घर के बाहर न निकलें। इसके अलावा अगर आप बदलते मौसम में इंफेक्शन से बचना चाहते हैं तो भीड़ वाले इलाके में न जाएं। कोई व्यक्ति पहले से ही सर्दी-जुकाम या बुखार से पीडि़त है तो उससे हाथ या गले मिलने से बचें और दूरी बनाकर रखें।