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तनाव और चिंता से राहत दिलाने में मदद करती हैं ये जड़ी-बूटियां

नई दिल्ली : हम सभी जीवन में सफलता पाना चाहते हैं. ऐसे में अपने मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) का ध्यान रखने की जरूरत होती है. क्योंकि बहुत लोग अधिक तनाव लेने के कारण डिप्रेशन (depression) का शिकार हो जाते हैं. तनाव कम करने के लिए आप फन एक्टिविटी, व्यायाम और सबसे महत्वपूर्ण रूप से पौष्टिक भोजन मदद कर सकता है. इसमें सिर्फ चाय और कॉफी के बारे में ही बात नहीं हो रही है कुछ ऐसे भोजन (Diet) भी हैं जो आपके दिमाग को शांत करने में मदद करते हैं. इसमें अश्वगंधा और तुलसी जैसी जड़ी-बूटियां (herbs) भी शामिल हैं. ये जड़ी-बूटियां (Stress & Anxiety) तनाव कम करने में कैसे मदद कर सकती हैं और इनका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं आइए जानें.

अश्वगंधा सबसे बेहतरीन जड़ी-बूटियों में से एक माना जा सकता है. ये शारीरिक और भावनात्मक तनाव से निपटने में मदद करता है. इंडियन जर्नल ऑफ साइकोलॉजिकल मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ये जड़ी बूटी तनाव हार्मोन, कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में प्रभावी है. स्ट्रेस हार्मोन के बढ़ने पर किसी न किसी वजह से तनाव महसूस होने लगता है. ये तब अन्य हार्मोन में असंतुलन पैदा करती है. इस जड़ी बूटी के नियमित सेवन से व्यक्ति तनाव कम और मानसिक रूप से शांत महसूस करता है. इसके लिए 1 कप दूध उबालें और आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर डालें. रात को सोने से करीब आधा घंटा पहले इसका सेवन करें.

इसकी शांत और फ्रेश सुगंध के कारण लैवेंडर का इस्तेमाल सदियों से चिंता और घबराहट के प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है. इस सुगंधित जड़ी बूटी का सामान्य इस्तेमाल अरोमाथेरेपी के लिए किया जाता है. हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार इसके सुगंधित तेल से शरीर की मसाज करने से चिंता का स्तर कम होता है. आप सकारात्मक महसूस करने के लिए लैवेंडर के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए एक बर्तन में 1 कप पानी उबाल लें. इसमें 2 से 4 बूंद लैवेंडर ऑयल की मिलाएं. वाष्पों को अंदर लें. इससे आपको तनाव के स्तर में कमी महसूस करेंगे.

लगभग हर घर में भोजन में अधिक सुगंध के लिए जीरे का इस्तेमाल किया जाता है. भारत में इस मसाले का इस्तेमाल लगभग सभी प्रकार की करी में व्यापक रूप से किया जाता है. आयरन से भरपूर जीरे के कई फायदे हैं. ये न केवल वजन कम करने में मदद करता है, बल्कि तनाव से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. इसके लिए एक कटोरी में एक कप पानी उबाल लें. आधा चम्मच जीरा लें और उबलते पानी में डालें. इसे 2 मिनट तक पकने दें और सुबह-सुबह जीरे का पानी पी लें.

भारतीय घरों में तुलसी का पौधा आसानी से मिल जाता है. अगर कोई व्यक्ति क्रोनिक स्ट्रेस से पीड़ित है, तो तुलसी का सेवन उसे शांत करने में मदद कर सकता है. क्योंकि ये हर्बल पौधा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. ये फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकासन से बचाता है. आयुर्वेद में मानसिक और शारीरिक तनाव से लड़ने के लिए नियमित रूप से तुलसी का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया जाता है. वहीं स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार तुलसी चिंता और तनाव के इलाज में प्रभावी है. इसके लिए आधा कप पानी में 3-5 तुलसी के पत्ते डालें. 5-7 मिनट तक उबालें, फिर नींबू का रस डालें. बेहतर महसूस करने के लिए इसे पिएं.

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