जीवनशैलीस्वास्थ्य

गर्दन के दर्द से छुटकारा दिलाने में ये उपाय होंगे मददगार

नई दिल्ली : आज के इस समय में स्‍वस्‍थ्‍य रहना एक कठिन चुनौती जैसा हो गया है । भागदौड़ भरी‍ जिंदगी में कई प्रकार की समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है । गर्दन में दर्द की समस्या इन दिनों भारत में तेजी से बढ़ रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है हमारी खराब जीवनशैली । शरीर का संतुलन और पॉस्चर सही न होने के कारण गर्दन में दर्द की समस्या देखने को मिलती है। अगर इसे सामान्य दर्द समझकर आपने इग्नोर किया और समय रहते इलाज नहीं करवाया तो यह समस्या कई और गंभीर बीमारियां का कारण बन सकती है।

यह ब्रेन से जुड़ी एक बीमारी है जिसमें ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड के आसपास मौजूद टीशूज में इन्फ्लेमेशन होने लगता है। इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को बुखार और सिरदर्द के साथ ही गर्दन में दर्द (Neck Pain) और जकड़न की भी शिकायत होती है। लक्षणों को सामान्य समझकर नजरअंदाज करने की बजाए तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

पॉस्चर सही न होने, बिना पोजिशन चेंज किए लगातार घंटो डेस्क वर्क (Desk Work) करने, सोते वक्त गर्दन की पोजिशन सही न होने या फिर एक्सरसाइज करते वक्त गर्दन (Neck) में तेज झटका लगने की वजह से गर्दन (Neck) की मांसपेशियों में तनाव या खिंचाव (Neck Strain) आ जाता है और इसी वजह से तेज दर्द महसूस होने लगता है। अगर आप गिर जाते हैं, कार एक्सिडेंट होता है या फिर स्पोर्ट्स के दौरान कोई चोट लगती है तो इस दौरान गर्दन (Neck) में चोट (Neck Injury) लगने का खतरा सबसे अधिक होता है क्योंकि इस तरह की चोट में गर्दन की मांसपेशियां और लिगामेंट्स सामान्य से अधिक फोर्स के साथ हिल जाती है। सिर में अचानक झटका लगने की वजह से भी गर्दन में दर्द (Neck Pain) हो सकता है।

आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन गर्दन का दर्द (Neck Pain) हार्ट अटैक (Heart Attack) का भी एक लक्षण है। हालांकि यह एक मात्र लक्षण नहीं है क्योंकि गर्दन में दर्द (Neck Pain) के साथ ही आपको सांस लेने में तकलीफ, पसीना आना, जी मिचलाना, उल्टी आना, बाजू या जबड़े में दर्द जैसे लक्षण भी महसूस होंगे ।

Related Articles

Back to top button