पंजाब

अवैध कॉलोनियों की रजिस्ट्री रुकने का खामियाजा भुगत रहे ये लोग, जानें मामला

फिरोजपुर: जिंदगी में हर एक व्यक्ति की ख्वाहिश होती है कि उसका अपना घर हो, इसी को पूरा करने हेतु वह अपनी मेहनत की सारी कमाई लगा देता है, पर जब बाद में उसे पता चलता है कि उसे ठगा गया है तो वह कहीं का नहीं रह जाता। यह ठगी अक्सर उसे प्लॉट लेने से लेकर अपने नाम करवाने तक कहीं भी हो सकती है। ऐसे कई मामले जिले के शहरी एवं देहाती एरिया में देखने को मिल रहे हैं, जहां पर पिछले कुछ समय से धड़ाधड़ अवैध कॉलोनियां काटी गई एवं उनके प्लाट लोगों को बेच दिए गए। लोगों को आकर्षित करने के लिए प्रोपर्टी डीलर एवं दलालों की पूरी टीम खड़ी की गई।

फिरोजपुर शहर एवं देहाती एरिया में ऐसे कई अवैध कॉलोनियों के मामले सामने आए हैं, जिनमें प्लॉट काटकर एवं कोठिया बनाकर लोगों ने रहना भी शुरू कर दिया है। पंजाब सरकार ने अवैध कॉलोनियों के लिए पॉलिसी भी बनाई कि जो कालोनियां 2018 से पहले मंजूरशुदा नहीं हैं, वह चाहे तो सरकारी फीस भरकर इसको मंजूर करवा सकते हैं। परंतु कॉलोनाइजर एवं बिल्डरों ने इसकी भी परवाह किए बिना अपनी कालोनियां मंजूर नहीं करवाई, जिसका खामियाजा अब वहां पर रह रहे लोगों को भुगतना पड़ेगा। नगर कौंसिल ने लोगों को 6 महीने का समय दिया हैं, उसके पश्चात पीला पंजा चलेगा।

इन अवैध कॉलोनियों में कटे प्लॉटों की रजिस्ट्री करने में मौके के तहसीलदार भी शामिल थे, जिनके कारण इन प्लॉटों के खरीदार समझ ही नहीं पाए कि वह अवैध कॉलोनी में प्लॉट ले रहे हैं। लोगों ने मांग की है की अगर कॉलोनी अवैध थी, तो वहां पर रजिस्ट्री कैसे हो गई। इस सारे धंधे में कथित रूप से अर्जी नवीस से लेकर तहसीलदार की मिलीभगत सामने आ रही है कि कैसे पैसे के लालच में अवैध कॉलोनियों में कटे प्लाटों की रजिस्ट्रियां लोगों को कर दी गई।

अवैध कॉलोनियों में प्लॉटों की रजिस्ट्री रुकने के बाद अब मंजूरशुदा कॉलोनियों में प्लाट लेने वाले लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। तहसील विभाग द्वारा इन प्लॉटों की ऑनलाइन एनओसी लगाने को कहा जा रहा है जोकि तहसील विभाग का कार्य है, परंतु इसके लिए सरकार को रेवेन्यू देने वाले लोगों को परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में तहसील में रजिस्ट्री करवाने आए एक व्यक्ति ने बताया कि उसने शहर में व्यस्त कॉलोनी में प्लॉट लिया है परंतु आज उसकी रजिस्ट्री को यह कहकर वापस कर दिया गया कि जब तक कॉलोनी की एनओसी ऑनलाइन नहीं होती तब तक आप की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। इस संबंध में जब तहसीलदार फिरोजपुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे को इस संबंधी जानकारी नहीं है अगर एनओसी है तो मुझे दिखा दी जाए रजिस्ट्री हो जाएगी।

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