नई दिल्ली: कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या की वारदात के बाद सुप्रीम कोर्ट की नेशनल टास्क फोर्स की सिफारिशें अब हरियाणा में भी लागू की जाएंगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक ने आदेश जारी करने के साथ साथ टास्क फोर्स की रिपोर्ट सभी सिविल सर्जन, आईएमए, आईडीए व निजी अस्पतालों के लिए जारी की है। साथ ही 18 जनवरी तक इस बारे में आपत्ति और सुझाव भी मांगे गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक अब प्रदेश के अस्पतालों में जल्द ही रात के समय ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों व नर्स आदि को परिवहन सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा उनकी सुरक्षा भी पहले से अधिक पुख्ता की जाएगी। नतीजतन सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को पुलिस से अपना चरित्र सत्यापन कराना होगा, जिसमें उनकी मानसिक स्थिति की भी जांच होगी।
प्रदेश में 500 या इससे अधिक बेड वाले अस्पतालों में सेफ्टी कंट्रोल रूम बनाना होगा। अस्पताल के प्रवेश-निकास, एमरजेंसी, कोरिडोर, आईसीयू आदि में सीसीटीवी लगाने होंगे। बड़े अस्पताल में पुलिस चौकियां भी स्थापित कर सकते हैं। साथ ही जिन अस्पताल परिसरों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या रहती है, उसे ठीक करने की सिफारिश भी की गई है।