टाइप 2 डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। आज के समय में हर घर का एक व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित है या होने की कगार पर है। डायबिटीज बॉडी में शुगर के असामान्य लेवल से संबंधित है, जो लंबे समय में जानलेवा बीमारी हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke), किडनी और लीवर डैमेज (Liver Damage) के जोखिम को बढ़ाती है। ऐसे में शुगर लेवल का कंट्रोल रहना बहुत जरूरी हो जाता है।
डायबिटीज मरीज कैसे करें शुगर लेवल कम? डायबिटीज में शुगर लेवल को मेंटेन रखने के इंसुलिन (Insulin) की दवा का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यह काफी नहीं होता है। शुगर लेवल (Sugar Level) को आपके दिनचर्या की हर छोटी गतिविधि प्रभावित करती है। इसमें सोने के समय, नींद के घंटे से लेकर किस समय कितनी बार और क्या खा रहें है समेत फिजिकल एक्टिविटी शामिल है। ऐसे में कई बार डायबिटीज मरीज जानकारी के अभाव में ऐसे हेल्दी फूड का सेवन कर लेते हैं, जो वास्तव में उनके ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देती है। कहीं आप भी तो नहीं करते ऐसी गलती, चलिए जानते हैं।
डायबिटीज मरीज का शुगर लेवल कितना होना चाहिए
वेबएमडी के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों का फास्टिंग शुगर लेवल 100 mg/dl से कम, खाने से पहले 70-130 mg/dl, खाने के 1-2 घंटे बाद- 180 mg/dl, एक्सरसाइज से पहले 100 mg/dl, सोने से पहले 100-140 mg/dl और बीते तीन महीने में ब्लड शुगर लेवल का A1C लेवल 7.0% से कम होना चाहिए। डायबिटीज मरीजों का ब्लड शुगर इससे ज्यादा होना समस्या को गंभीर बना सकता है ऐसे में जरूरी है, उन गलतियों से बचें जो अनजाने में आपके ब्लड शुगर को बढ़ाती हैं।
केला खाने से बढ़ता है शुगर लेवल
केले पोषक तत्वों से भरपूर एक हेल्दी फ्रूट हैं, जो पूरे सेहत को बढ़ावा देते हैं। यह फाइबर, पोटैशियम और विटामिन बी6 की अच्छा स्रोत होने के बावजूद टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए सेहतमंद नहीं होता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक मीडियम साइज के एक पक्के हुए केले में 14 ग्राम शुगर होता है, जो एक डायबिटीज मरीज के लिए खतरा हो सकता है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट बताते हैं कि डायबिटीज मरीज कच्चे केले का सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज में न खाएं ब्राउन राइस
ब्राउन राइस में उच्च फाइबर होता है, जिसके कारण इसे हेल्दी चावलों में से एक माना जाता है। लेकिन फिर भी इसे डायबिटीज मरीजों को खाने बचना चाहिए। क्योंकि ब्राउन राइस कार्ब्स की मात्रा भी भरपूर होती है, जो पाचन के बाद आसानी से ग्लूकोज में परिवर्तित होकर तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ाने का काम करती है। ऐसे में जरूरी है चावल खाने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार परामर्श कर लें।
शुगर लेवल को कंट्रोल करना है तो न खाएं शकरकंद
शकरकंद में उच्च स्टार्च कार्ब अधिक मात्रा में होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करता है। हालांकि शकरकंद में स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने वाले पोषक तत्व जैसे फाइबर और विटामिन होने के बावजूद, यह डायबिटीज के मरीजों के लिए स्वस्थ विकल्प नहीं है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर
आर्टिफिशियल स्वीटनर सफेद चीनी जितना ही नुकसानदायक होता है। ऐसे में आर्टिफिशियल स्वीटनर खुली चाय के एक या दो कप से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने का खतरा रहता है। इसके अलावा फलो के जूस, शेक जैसे मीठ ड्रिंक पीने से भी शुगर लेवल प्रभावित होता है।
इन लक्षणों से पता करें आपको डायबिटीज है या नहीं
बॉडी में लंबे समय तक शुगर का अनियंत्रित लेवल डायबिटीज का जोखिम बढ़ाता है। डायबिटीज होने पर हर आमतौर पर बार-बार प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान, वेट लॉस, प्राइवेट पार्ट में खुजली, धुंधला दिखना, घाव का धीरे-धीरे भरना जैसे लक्षण नजर आते हैं। इन लक्षणों के दिखते ही तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लेना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।