यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए इस IPS अफसर ने छोड़ी नौकरी, यहां से लड़ेंगे चुनाव
लखनऊः उत्तर प्रदेश में चुनावों की तिथियों की घोषणा होते ही कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने वीआरएस (ऐच्छिक सेवानिवृत्ति) के लिए आवेदन किया है। उनके कन्नौज से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। उन्होंने शनिवार को अपने ट्विटर हैडल और अन्य इंटरनेट मीडिया अकाउंट के जरिए एक पत्र पोस्ट करके इसकी जानकारी दी है। पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए भाजपा की सदस्यता मिलने की जानकारी भी दी है। पत्र इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद कमिश्नरेट में तैनात अधिकारी उनसे मिलने के लिए कैंप कार्यालय पहुंचे।
इस संबंध में बयान जारी करते हुए असीम अरुण ने कहा कि मैंने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा। उन्होंने कहा कि मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं।
“मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए तिलस्म कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं, आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान, सब बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है। मैं उनके उच्च आदशरें का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी वर्गों के भाइयों और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा। मैं समझता हूं कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता स्वर्गीय श्रीराम अरुण एवं माता स्वर्गीय शशि अरुण के पुण्य कर्मों के प्रताप के कारण ही मिल रहा है।”
उन्होंने कहा कि मुझे केवल एक ही कष्ट है कि अपनी अलमारी के सबसे सुंदर वस्त्र, अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा। मैं साथियों से विदा लेते हुए वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा। आपको मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट। ज्ञात हो कि कानपुर शहर के पहले पुलिस कमिश्नर बनाए गए असीम अरुण मूल रूप से जनपद कन्नौज के निवासी हैं। असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।