महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात किए गए अंडरवाटर ड्रोन, ऐसे करेगा काम
नई दिल्ली: महाकुम्भ में हर आपात स्थिति से निपटने के उद्देश्य से पहली बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ‘अंडर वॉटर ड्रोन’ तैनात किया गया है जो 24 घंटे पानी के भीतर हर गतिविधियों की निगरानी करने में सक्षम है। प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक (पूर्वी जोन) डॉक्टर राजीव नारायण मिश्र ने बुधवार को बेहद तेज गति से और असीमित दूरी तक पानी के अंदर काम करने वाले इस ड्रोन की तैनाती की।
मिश्र ने बताया कि इस ड्रोन की सबसे खास बात यह है कि यह अंधेरे में भी लक्ष्य पर सटीक नजर रखने में कारगर है। उन्होंने बताया कि यह ड्रोन पानी के नीचे 100 मीटर गहराई तक टोह लेने में सक्षम है और किसी भी परिस्थिति में सटीक जानकारी उपलब्ध कराता है। मिश्र ने बताया कि ये ड्रोन पानी के अंदर 100 मीटर तक जाकर हर गतिविधि की जानकारी एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र तक पहुंचाएंगे। उन्होंने बताया कि पानी के अंदर कहीं कोई संदिग्ध गतिविधि या घटना को लेकर यह सटीक जानकारी देगा।
उन्होंने बताया कि यहां 700 झंडे लगी नावों पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर जीवन रक्षक गोताखोर तैनात किए जा रहे हैं, जो पलक झपकते कहीं भी पहुंचने में सक्षम हैं और किसी भी अनहोनी से पहले व्यक्ति को सुरक्षित स्थान ले जाने में सक्षम हैं।