दिल्ली

भारत में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में दिल्ली दूसरे नंबर पर, इस छोटे शहर ने मारी बाजी

नई दिल्ली: देश में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर यानी विवाहेतर संबंधों की प्रवृत्ति में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। यह दावा किया गया है वैश्विक डेटिंग साइट ‘Ashley Madison’ की हाल ही में जारी 2025 की रिपोर्ट में, जिसने भारत के टॉप 20 शहरों की सूची जारी की है जहां शादीशुदा लोग अपने वैवाहिक रिश्तों के बाहर संबंध तलाश रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सबसे अधिक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर वाले 20 शहरों में से 9 अकेले दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के हैं। इनमें मध्य दिल्ली दूसरे स्थान पर है, जबकि पहले पायदान पर तमिलनाडु का छोटा शहर कांचीपुरम आ गया है — जिसने इस साल सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है।

गौरतलब है कि 2024 की रिपोर्ट में कांचीपुरम 17वें स्थान पर था, जबकि मुंबई, जो पिछले साल सूची में दूसरे स्थान पर था, इस बार टॉप 20 से पूरी तरह बाहर हो गया है।

टॉप 5 शहर जहां एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर सबसे ज़्यादा बढ़े:
कांचीपुरम (तमिलनाडु)

मध्य दिल्ली (दिल्ली-NCR)

गुरुग्राम (हरियाणा)

नोएडा (उत्तर प्रदेश)

साउथ दिल्ली (दिल्ली-NCR)

दिल्ली-एनसीआर के इलाकों जैसे रोहिणी, द्वारका, गाज़ियाबाद और फरीदाबाद को भी इस सूची में शामिल किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र इस व्यवहार में एक बड़ा केंद्र बनकर उभरा है।

Ashley Madison रिपोर्ट क्या बताती है?
Ashley Madison एक ग्लोबल प्लेटफॉर्म है जो विवाहित लोगों को विवाहेतर संबंध तलाशने की सुविधा देता है। भारत में इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या में बीते कुछ वर्षों में तेज़ी से इज़ाफा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में वैवाहिक जीवन से असंतुष्ट लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और अब छोटे शहरों में भी इस तरह के रिश्तों की स्वीकार्यता में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

रिपोर्ट का आधार साइट पर हुए यूज़र एनालिसिस, इनसाइट्स और लोकेशन-बेस्ड ट्रेंड्स पर आधारित है।

बढ़ते ट्रेंड के संभावित कारण:
विशेषज्ञ मानते हैं कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर बढ़ने के पीछे कई सामाजिक और भावनात्मक कारण हो सकते हैं:

डिजिटल कनेक्टिविटी और डेटिंग ऐप्स की आसान उपलब्धता

व्यक्तिगत और भावनात्मक असंतोष

लाइफस्टाइल में बदलाव और वैवाहिक संवाद की कमी

वर्किंग कपल्स में तनाव और स्पेस की कमी

छोटे शहरों में सामाजिक बदलाव और बढ़ती व्यक्तिगत स्वतंत्रता

विशेषज्ञों की राय
मनोरोग विशेषज्ञों और रिलेशनशिप काउंसलर्स का मानना है कि तकनीक और सोशल मीडिया ने लोगों को नए संबंधों की तलाश में अधिक सक्षम बना दिया है। साथ ही, कम्युनिकेशन गैप और वैवाहिक जीवन की ऊब भी ऐसे मामलों को जन्म देती है।

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