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सावधान: महिलाओं की तस्वीरों को न्यूड कर देता है ये सॉफ्टवेयर, कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट

सोशल मीडिया पर महिलाएं आजकल काफी एक्टिव हो गई हैं लेकिन उनकी इस आजादी का हैकर्स पूरा फायदा उठा रहे हैं। दरअसल, आए दिन महिलाओं के सेक्सुअल अब्यूज होने की खबरें आती रहती हैं। इस बीच अज्ञात साइबर अपराधियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सॉफ्टवेयर की शुरुआत की है, जोकि महिलाओं की तस्वीरों को न्यूड फोटोज में बदलने का काम करता है।

इस बाबत एक साइबर रिसर्च एजेंसी ने मंगलवार को रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे अब तक एक लाख महिलाओं को टारगेट किया जा चुका है। यह खबर सामने आने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने सरकार से जानकारी मांगी है।

बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से महिलाओं की तस्वीर न्यूज में बदलने वाली रिपोर्ट्स पर अधिक जानकारी की मांग की है। कोर्ट ने एचटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए जानकारी मांगी और कहा, ”नए ऑनलाइन अब्यूज के खतरे में, एआई सॉफ्टवेयर महिलाओं की तस्वीरों को न्यूड में बदल रहे हैं।

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” कोर्ट ने बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा कथित मीडिया ट्रायल से संबंधित विभिन्न जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए रिपोर्ट में बताए गए खतरे के बारे में चिंता जताई और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) अनिल सिंह को मंत्रालय से निर्देश लेने को कहा। बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा, ”क्या आप मंत्रालय से जान सकते हैं कि प्रिंट मीडिया में क्या रिपोर्ट किया गया है… हम चाहते हैं कि आप रिपोर्ट के बारे में जांच करें। कृपया मंत्रालय से जानकारी लें।”

एसजी ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट पढ़ी है और संबंधित अधिकारियों से बात की है। सिंह ने कहा कि इन्फोर्मेशन टेक्नॉलोजी एक्ट की धारा 69ए और 79 (3) (बी) में प्रावधान हैं, जिनके तहत कार्रवाई की जा सकती है। इसके जवाब में चीफ जस्टिस ने कहा, ”यह मामला बहुत गंभीर है और आपको (मंत्रालय) कदम उठाना होगा।” एसजी ने बेंच को आश्वासन दिया कि मंत्रालय मामले पर जल्द कदम उठाएगा। वहीं, एचटी से बात करते हुए, एएसजी ने कहा कि अखबार की प्रशंसा करनी चाहिए क्योंकि वह उन मुद्दों पर रिपोर्टिंग करके अपना काम ईमानदारी से कर रहा है, जो आम आदमी को प्रभावित करते हैं।

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