इस बार लंबा चलेगा मानसून, ला नीना के प्रभाव से कड़ाके की सर्दी के लिए भी अलर्ट
नई दिल्ली: इस साल भारत में ला नीना के प्रभाव से कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि सितंबर के मध्य में ला नीना सक्रिय हो सकता है, जिससे बारिश का दौर अक्टूबर तक जारी रह सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, ला नीना के कारण इस साल सर्दी की तीव्रता अधिक हो सकती है, विशेषकर दिसंबर मध्य से जनवरी तक। आमतौर पर ला नीना के दौरान तापमान में गिरावट देखी जाती है, जिससे सर्दी अधिक कड़ाके की होती है।
इस साल भारत में मौसम का व्यवहार असामान्य रहा है। पहले चिलचिलाती गर्मी, फिर तीव्र मॉनसून ने लोगों को प्रभावित किया। आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर रघु मुर्तगुडे के अनुसार, इस साल मॉनसून समय पर आया, लेकिन जून में कम बारिश हुई। जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश हुई, लेकिन बारिश के वितरण ने कुछ परिचित पैटर्न और कुछ नए हॉटस्पॉट दिखाए, जिसे समझना चुनौतीपूर्ण है।
भारी बारिश से तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति
तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, और महाराष्ट्र में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। विजयवाड़ा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में सहायता पहुंचाने के लिए 6 हेलिकॉप्टर और ड्रोन तैनात किए गए हैं। टॉलीवुड अभिनेता जूनियर एनटीआर (नंदामुरी तारक रामा राव) ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रत्येक राज्य को 50.50 लाख रुपये दान देने की घोषणा की है।
उत्तराखंड में केदारनाथ हाइवे पर 1300 यात्रियों का रेस्क्यू
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ हाइवे पर सोमवार को एक चट्टान गिरने से 1300 यात्री फंस गए। गौरीकुंड में फंसे इन यात्रियों को रेस्क्यू टीमों ने सुरक्षित सोनप्रयाग तक पहुंचाया। भारी बारिश के चलते केदारनाथ धाम दर्शन के बाद लौट रहे यात्री भी इस चट्टान गिरने की घटना के कारण रास्ते में फंस गए थे।