आंखों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है रोज की धूल-मिटटी से ले कर कई सारी समस्या हो जाती है।आंखों की मंसिपेशियों में होने वाली दिक्कतें, बैक्टीरियल इंफेक्शन, आंखों में जलन, पानी आना, आंखें लाल होना, दूर या पास का दिखाई न देना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनसे छुटकारा पाने के लिए आप दवाइयों का सहारा लेते हैं। पर इसे योग द्वारा भी ठीक किया जा सकता है ।कुछ ऐसे है जिसे अपनाकर इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है ।इसके अलावा इस योगासन से आंखों की रोशनी भी तेज होगी और चश्मा भी उतर जाता है । आइए जानते है आंखों की समस्याओं को दूर करने वाले योगासन-
शवासन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को ढीला छोड़ दें और अपने हाथों को शरीर से सटाकर रख लें। इस आसन को शवासन इसलिए कहते हैं, क्योंकि इसमें आपको अपना शरीर बिल्कुल शव की तरह जमीन पर छोड़ देना पड़ता है। इस आसन को करने से थकावट दूर होती है। सांस और नब्ज़ की गति सामान्य हो जाती है। इस आसान से आंखों को काफी आराम मिलता है और साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
सर्वांगासन यह आसान आंखों के साथ-साथ दिल के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके करने के लिए आप पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं और उसके बाद दोनों पैरों को धीरे-धीरे जमीन से ऊपर उठा कर समकोण बनाएं। अब अपनी कमर को जमीन से छोड़ा उपर उठाकर धड़ तथा पैर को गर्दन से 90 डिग्री पर ले आएं। हाथों से कमर को पकड़ लें ताकि आप गिरे ना। इस स्थिति में थोड़ी देर रूकने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।
त्राटकासन को करने के लिए सबसे सही समय रात का है लेकिन आप चाहे तो इस दिन में भी कर सकते हैं। इसके करने के लिए दिन के समय कमरे में अंधेरा कर लें और मोमबत्ती जलाकर प्राणायाम की मुद्रा में बैठ जाएं। अब बिना पलक झपकाएं मोमबत्ती को देखते रहें। इसके बाद आंखे बंद करके ओम का मध्यम आवाज में उच्चारण करें और फिर आंख खोल लें। इस आसन को कम से कम 3 बार करें और उसके बाद हथेलियों को आपस में रगड़ें और फिर उस गर्म हथेली से आंखों को स्पर्श करते हुए आंख खोलें।
रोजाना अनुलोम विलोम करके आप अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहले समतल जगह पर बैठकर अपनी कमर और गर्दन को सीधा कर लें। इसके बाद अपनी आंखों को बंद करके अपने सीधे हाथ को नासिका पर ले जाएं। अब अपनी उंगलियों को सीधा करके अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करें और बाएं नाक के छिद्र से धीरे-धीरे सांस को बाहर की ओर निकालकर छोड़ें। अब बाएं नाक के छिद्र से सांस भरें और बाएं नासिका को अंगुलियों की मदद से बंद करके अंगूठे को दाएं नाक के छिद्र से हटाकर दाईं नासिका से सांस को धीरे-धीरे बाहर निकालें। इस योग को रोज कम से कम 4-5 बार करें। इससे आंखों की थकावट दूर होने के साथ-साथ मानसिक तनाव भी दूर होता है।
इस व्यायाम को आप कहीं भी बैठकर या खड़े होकर कर सकते हैं। इसे करने के लिए अपनी आंखों को एक मिनट के लिए बंद करें और फिर इसे खोलकर आंखों को घड़ी की दिशा में 10 बार गोल-गोल घुमाएं। इसके बाद आंखों की दूसरी दिशा में इसी तरह घुमाएं। आप इस योगासन को कहीं भी बैठकर 2-3 मिनट के लिए करें।