पंजाब

ओवर स्पीड वाहन चलाने वाले सावधान!, हो सकती है सख्त कार्रवाई

लुधियाना : शहर के लाडोवाल बाईपास तथा अभी हाल ही में शुरू किए गए एलिवेटेड रोड पर लोग हवा की गति से वाहन चला रहे हैं जिस पर काबू पाने के लिए अब ऑटोमेटिक स्पीड राडार लगाए जाएंगे। ट्रैफिक पुलिस की इस संबंध में नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू हो चुकी है।

संभावना जताई जा रही है कि अगले साल के आरंभ में ओवर स्पीड करने पर लोगों के ऑटोमेटिक ई-चालान उनके घर पहुंचेंगे। बता दें कि पुलों पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार तय की गई है। इस संबंधी साइन बोर्ड भी लगा दिए गए हैं लेकिन लोग दोगुनी स्पीड से यहां पर वाहन चला रहे हैं जिससे सड़क हादसे होने का भय बना हुआ है व कई जानलेवा सड़क हादसे हो भी चुके हैं।

इनमें सबसे महत्वपूर्ण लाडोवाल बाईपास तथा एलिवेटेड रोड है जो भाई वाला चौक से शुरू होकर फिरोजपुर रोड चुंगी तक जा रही है। इस रोड का तीसरा चरण अभी शुरू होना बाकी है जो भाई वाला चौक को जगराओं पुल तथा बस स्टैंड रोड से जोड़ेगा। हालांकि ट्रैफिक पुलिस द्वारा मैनुअल स्पीड राडार से एलिवेटेड रोड की दोनों दिशाओं पर बारी-बारी से स्पीड राडार तैनात कर रोजाना अढ़ाई से तीन दर्जन चालान किए जा रहे हैं लेकिन यह कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है।

इसके साथ ही लाडोवाल में भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक अलग से स्पीड राडार तैनात किया जाता है ताकि ओवर स्पीड पर लगाम कसी जा सके, लेकिन वाहनों की बढ़ रही संख्या तथा इन सड़कों पर तेज गति को देखते हुए अब ऑटोमेटिक स्पीड राडार की आवश्यकता महसूस होने लगी है। इस बारे में ट्रैफिक पुलिस और नैशनल हाईवे अथॉरिटी के बीच पत्राचार शुरू हो चुका है। वहीं यह बात भी सामने आई है कि ऑटोमैटिक स्पीड राडार लगाने के लिए औद्योगिक संगठनों या गैर-सरकारी संस्थानों से सहयोग भी लिया जा सकता है।

पड़ोसी राज्यों में हो रहे हैं ओवर स्पीड के ई-चालान
बता दें कि पड़ोसी राज्यों जैसे हरियाणा, हिमाचल तथा यू.टी. चंडीगढ़ में ओवर स्पीड के ऑटोमेटिक तरीके से ई-चालान किए जा रहे हैं। तेज गति से अधिक स्पीड पर वाहन चलाने पर वाहन की नंबर प्लेट को पढ़कर कैमरे और सैंसर ऑटोमेटिक तरीके से चालान जैनरेट कर गाड़ी मालिक के रजिस्टर्ड पते पर चालान भेज देता है जिसकी जुर्माना राशि को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अदा किया जा सकता है। चालान अदा न किए जाने तक वाहन की आर.सी. सरकारी पोर्टल पर लॉक रहती है। चालान का भुगतान करने के बाद ही आर.सी. सरकारी पोर्टल से अनलॉक होगी, इसके बाद ही आर.सी. ट्रांसफर हो सकती है।

इस वर्ष हो चुके 2100 चालान
शहर की ट्रैफिक पुलिस के पास 2 मैनुअल स्पीड राडार उपलब्ध हैं जिनकी सहायता से लाडोवाल, एलिवेटेड रोड तथा साहनेवाल के पास बारी-बारी से नाके लगाकर चालान किए जाते हैं। इस वर्ष 2100 के करीब लोगों के चालान किए जा चुके हैं जो सड़कों पर वाहन को तय गति से अधिक स्पीड पर दौड़ा रहे थे। नियमों के अनुसार ओवर स्पीड वाहन चलाने पर चालक का ड्राइविंग लाइसैंस भी 3 महीने के लिए सस्पैंड हो सकता है। राज्य में ओवर स्पीड करने पर पहली बार 1000 तथा दूसरी बार 2 हजार रुपए का जुर्माना किया जाता है।

एन.एच.ए.आई. से चल रही बात-ADCP वर्मा
इस बारे में ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक समीर वर्मा का कहना है कि लाडोवाल बाईपास तथा एलिवेटेड रोड पर ऑटोमेटिक स्पीड राडार लगाने संबंधी नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए आई.) से बात चल रही है। अथॉरिटी द्वारा पहले सर्वे किया जाएगा। इसके बाद निश्चित होगा कि किन-किन प्वाइंटों पर ऑटोमेटिक स्पीड राडार लगाए जाने हैं। वर्मा के अनुसार ऑटोमेटिक स्पीड राडार लगाए जाने पर निश्चय ही जहां रेसिंग इत्यादि पर अंकुश लगेगा, वहीं सड़क हादसों में भी कमी आएगी।

Related Articles

Back to top button