लुधियाना: सिविल सिटी की रहने वाली 16 साल की नाबालिगा को सहायता का झांसा देकर किडनैप कर गैंगरेप करने के आरोप में तीन आरोपियों को काबू किया गया है। आरोपी 17 दिन तक नाबालिगा को बंदी बना कर उससे रेप करते रहे। आखिर किसी तरह से आरोपियों के चंगुल से निकल कर नाबालिगा वापस घर पहुंची और अपनी मां को सारी जानकारी दी। पुलिस ने आरोपियों को उस समय काबू किया जब आरोपी शहर छोड़ कर भागने की फिराक में थे। पुलिस ने आरोपियों की पहचान मुल्लांपुर के रहने वाले सुखवीर सिंह उर्फ सुक्खी, फिल्लौर के रहने वाले सोहन उर्फ सोनू व ढंडारी कला के रहने वाले दीपक कुमार के रूप में की है। आरोपियों के खिलाफ नाबालिग की माता के बयान पर मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस को दिए बयान में नाबालिगा की माता ने बताया कि उसकी 16 साल की बेटी 8 अप्रैल को घर से नाराज होकर घर से चली गई थी, जिस को लेकर काफी तलाश की गई थी और पुलिस को भी सूचित किया था। 20 अप्रैल को उनकी बेटी जब घर वापस आई तो उसकी हालत काफी खराब थी। उसकी बेटी ने बताया कि वह घर से गुस्से होकर ढंडारी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई और घर वापस जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी। इतनी देर में ही उक्त आरोपी सुखवीर उसके पास आया और उसे रोते हुए देख कर उसकी सहायता करने का भरोसा दिया। आरोपी उसे अपने कमरे में ले गया और वहां पर जाकर उसने अपने अन्य दो दोस्तों को भी बुला लिया। जिन्होंने जबरदस्ती उसके साथ रेप किया, हालांकि उसने बचाव के लिए भी शोर मचाया, लेकिन आरोपी उसे धमकाते रहे।
आखिर आरोपियों ने उन्हें कई दिन तक अपने पास बंदी बना कर रखा। आरोपी आए दिन उसे नौकरी पर लगवाने का झांसा देते रहे। जांच अधिकारी चौकी इंचार्ज सुखविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम आरोपियों की तलाश कर रही थी तो उन्हें आरोपियों के भागने की सूचना मिली तो आरोपियों को रेड कर काबू कर लिया गया। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पीड़िता का मेडिकल करवाने के साथ उसके मानयोग कोर्ट में बयान भी दर्ज करवाए गए हैं। जांच में पता चला कि आरोपी ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन पर पानी बेचने का धंधा करते है। आरोपियों ने जब पीड़िता को रेलवे स्टेशन पर रोते हुए देखा तो उन्होंने उसे सहायता का झांसा देकर अपने चगुंल में फंसा लिया और वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों से आगे भी पूछताछ की जा रही है।