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राजस्थान: खाटू श्यामजी मंदिर में मची भगदड़ में तीन की मौत, पांच घायल

जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Sikar) जिले में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर में सोमवार सुबह चार बजे भगदड़ मचने से तीन महिलाओं की मौत हो गई, वहीं पांच लोग घायल हो गए। हादसा मंदिर के प्रवेश द्वार पर हुआ। पुत्रादि एकादशी पर मंदिर में दर्शन करने के लिए रविवार से ही लोगों की लाइन लग गई थी। ऐसे में मंदिर के पट खुलते ही दर्शन करने की होड़ में भगदड़ मच गई।

जानकारी के अनुसार मृतकों में एक की शिनाख्त हरियाणा के हिसार निवासी शांति (63)पत्नी प्रीतम के रूप में हुई है। दो की शिनाख्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। घायलों मे करनल निवासीइंदिरा देवी (55) पत्नी सुखबीर, अलवर की थानागाजी की गोला का बास निवासी अनोखी पत्नी सोहनलाल, रेवाड़ी निवासी शिवचरण पुत्र रिशाल व मनोहर पत्नी सांवरमल शामिल हैं। इनमे मनोहर की स्थिति गंभीर है।उन्हे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के लिए रेफर किया गया है।पुलिस के अनुसार भगदड़ में 30 से ज्यादा पुरुष, महिलाएं और बच्चे दब गए।जिन्हे भीड़ कुचलते हुए निकल गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भगदड़ में दबे लोगों को दो घंटे तक मदद नहीं मिली। करीब छह बजे प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे तब तक दबे लोग तड़पते रहे। बाद मे पुलिस ने उन्हे अस्पताल मे भेजा,जहां चिकित्सकों ने तीन महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। लोगों का कहना है कि यदि समय पर मदद मिलती तो काफी हद तक लोगों को बचाया जा सकता था।

घटना में मंदिर कमेटी और मंदिर प्रशासन की बड़ी चूक मानी जा रही है। लोगों की भीड़ भड़ने पर भी मंदिर कमेटी ने रविवार रात 11 बजे ही पट बंद कर दिए। जिससे सोमवार को एकादशी होने के कारण भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता गया।लोग पूरी रात लाइन में लगे रहे। प्रशासन ने भगदड़ जैसे हालात से निपटने के लिए पहले से ही सुरक्षा इंतजाम नहीं कर रखे थे,जबकि यहां बड़ी संख्या में पूरे देश से श्रद्धालु आते हैं।

सीकर में खाटूश्याम जी के मंदिर में भगदड़ होने से तीन दर्शनार्थी महिलाओं की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें एवं दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें। भगदड़ में घायल हुए श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।

खाटूश्यामजी का मंदिर शहर के मध्य में बना हुआ है। इसमें पूजा के लिए एक बड़ा हॉल है, जिसे जगमोहन के नाम से जाना जाता है। गर्भगृह के द्वार और उसके आसपास को चांदी की परत से सजाया गया है। गर्भगृह के अंदर बाबा का शीश है। शीश को हर तरफ से खूबसूरत फूलों से सजाया गया है। मंदिर के बाहर भक्तों के लिए एक बड़ा मैदान है। वीर बर्बरीक (श्याम बाबा) द्वापर युग भीमसेन और नाग कन्या अहिलावती (बसाक/बासुकी नाग की पुत्री) के पुत्र हैं। खाटूश्यामजी को कलियुग का देवता माना जाता है। श्यामजी कृष्ण के पर्याय हैं और इस प्रकार, उनकी उसी रूप में पूजा की जाती है।

इस साल मई में मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक धार्मिक कार्यक्रम में नारियल वितरण के दौरान भगदड़ मचने से 17 श्रद्धालु घायल हो गए थे। जहां धार्मिक प्रवचन दिए जा रहे थे, वहां करीब 25,000 श्रद्धालु मौजूद थे। घटना सागर के बीना कस्बे के खिमलासा रोड पर हुई। घायलों को सिविल अस्पताल और बीना रिफाइनरी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले अप्रैल में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के एक मंदिर में भगदड़ में 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। यह घटना ओडगी थाना क्षेत्र के मां कुदरगढ़ी देवी मंदिर में कोरिया जिले के श्रद्धालुओं के एक समूह के बीच विवाद के बाद हुई।

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