पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी पर कस रहा शिकंजा, परिवार समेत फरार
मेरठ : पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी पर सरकारी शिकंजा कसता जा रहा है। गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व मंत्री परिवार समेत फरार हैं। मीट फैक्टरी और अस्पताल पर सील लगाने के बाद मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) अब उसके घर पर कार्रवाई शुरू कर रहा है। पुलिस पहले ही गैंगस्टर की कार्रवाई में जुटी है। नींबू बेचने वाले से मीट कारोबारी बनने के बाद पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी का सिक्का खूब चला। बसपा सरकार में मंत्री बनने के बाद याकूब की मनमानी बढ़ती चली गई। याकूब पर मुकदमे तो दर्ज हुए, लेकिन सियासी रसूख के चलते उसका कुछ नहीं बिगड़ा। 2007 में डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा करने के बाद भी याकूब का कुछ नहीं हुआ। 2012 में सपा सरकार बनने के बाद याकूब की ताकत बने नगर निगम के पुराने कमेले को तत्कालीन नगर विकास मंत्री आजम खान ने वर्ष 2013 में ध्वस्त करा दिया। इसके बाद सियासत में भी कुरैशी और उसके बेटे इमरान को शिकस्त मिलती गई। योगी सरकार-2 बनने के बाद कुरैशी के बुरे दिन शुरू हो गए हैं।
पकड़ा गया 2460 टन मीट, अब मकान की फाइल खंगाल रही पुलिस
अल्लीपुर स्थित अलफहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक याकूब की मीट फैक्टरी में जैसे ही 2460 टन मीट पकड़ा गया, याकूब के बुरे दिन आ गए। अब पूर्व मंत्री की पुरानी फाइलों को खंगाला जा रहा है। एमडीए पहले ही फैक्टरी के चिलर और फ्रीजर पर सील लगा चुका है। अब फैक्टरी की जमीन को लेकर भी जांच चल रही है। फैक्टरी से बरामद मीट को नष्ट किया जा चुका है, पर प्रशासन की ओर से लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। एमडीए उनके घर पर कार्रवाई कर सकता है। यहां सराय वहलीम स्थित घर में चार साल पहले अवैध रूप से बेसमेंट बनाया था। पुलिस को उनके घर पर ताला लटका मिला। हापुड़ रोड स्थित कुरैशी के माई सिटी हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग सील कर चुका है। पुलिस पहले ही याकूब कुरैशी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है तो एमडीए ने सराय बहलीम स्थित याकूब के मकान की फाइल खंगाल ली है। चार साल पहले याकूब ने अपने पुराने घर की जगह नया घर बनाया था। उसमें बिना अनुमति बेसमेंट का निर्माण भी कर लिया। पुराने शहर में बेसमेंट बनाने की अनुमति नहीं मिल सकती और ना ही नक्शा पास हो सकता है। उस समय एमडीए को पूर्व मंत्री ने बेसमेंट को पाटने की बात कही थी, लेकिन उसे पाटा नहीं। अब एमडीए के अधिकारी फिर से उस फाइल को निकाल कर कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं।