Time पर्सन ऑफ द ईयर बनने के और करीब पहुंचे मोदी, वोटिंग का आज आखिरी दिन
न्यूयॉर्क। ‘टाइम पर्सन ऑफ द ईयर- 2016’ की दौड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे निकल गए हैं। शनिवार को वोटिंग का आखिरी दिन है और ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मोदी ने बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रम्प से 11 फीसदी वोटों की बढ़त बना ली है।
मोदी को जहां 18 फीसदी ‘Yes’ वोट मिले हैं, वहीं ओबामा, ट्रम्प तथा जूलियन असांजे को मिले वोटों का संख्या 7 फीसदी है।
दावेदारों में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी शामिल हैं, लेकिन मोदी का नाम इन सबसे भी ऊपर पहुंच गया है। यह लगातार चौथा साल है, जब टाइम मैगजीन के ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ दावेदारों की सूची में नरेंद्र मोदी को शुमार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी मैगजीन हर साल ‘अच्छे या खराब कारणों से सुर्खियों में रहने वाले’ व्यक्ति की तस्वीर अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित करती है। पिछले साल टाइम जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया था।
टाइम मैगजीन के एडिटर्स हर साल दुनिया के नेताओं, राष्ट्राध्यक्षों, प्रदर्शनकारियों, अंतरिक्ष यात्रियों, पॉप संगीत के दिग्गजों के अलावा अच्छे या बुरे कारणों से चर्चा में रहे शख्स के नामों के लिए ऑनलाइन वोटिंग करवाते हैं।
सारे सर्वे और वोटिंग के बाद अंतिम फैसला टाइम मैगजीन के संपादकों द्वारा लिया जाएगा और घोषणा 7 दिसंबर को की जाएगी।
टाइम ने बताया कि पाठकों के शुरुआती वोट के आधार पर सर्वाधिक 21 प्रतिशत लोगों ने मोदी के पक्ष में मत दिया जबकि विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ऑनलाइन चुनाव में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से आगे रहे। टाइम मैगजीन के करीब 10 प्रतिशत पाठकों ने असांजे के पक्ष में मत दिया।
रीडर्स के ऑनलाइन मतदान में मोदी को 21 प्रतिशत मत मिले, जो पुतिन से छह प्रतिशत, ओबामा से सात प्रतिशत और ट्रंप से छह प्रतिशत अधिक है। अभी यह देखा जाना बाकी है कि चार दिसंबर तक चलने वाले इस ऑनलाइन मतदान में क्या मोदी अपनी बढ़त बरकरार रखेंगे।
टाइम मैगजीन ने 2016 के उन क्षणों का भी विश्लेषण किया है जब दावेदार सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। मोदी ने 16 अक्तूबर को गोवा में हुए ब्रिक्स देशों के सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान को आतंकवाद का ‘निर्यातक’ देश कहा था। इस दौरान मोदी सबसे ज्यादा चर्चा में रहे।
टाइम मैगजीन की ‘पर्सन ऑफ दि ईयर’ की सूची में इस साल अमेरिका की पूर्व विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन, एफबीआई के प्रमुख जेम्स कोमी, ऐपल के मुख्य कार्यकारी टिम कुक, अपने देश के लिए कुर्बान हुए मुसलमान अमेरिकी सैनिक हुमांयूं खान के माता-पिता खिज्र और गजाला खान, उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेजा मे, और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को शामिल किया गया है।