स्वास्थ्य

कोरोना से बचने के लिए करते हैं हैंड सेनिटाइजर ही नहीं हैंडवॉश है बेहद जरुरी, जानें वजह

कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगो ने हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करना शुरु कर दिया। पर हैंड सेनिटाइजर का ज्यादा उपयोग करने से
बहुत सारी परेशानियां नकल कर समने आई है। हैंड सेनिटाइजर के उपयोग से त्वचा की एलर्जी व सिर दर्द की समस्या सामने आने लगी है । स्किन स्पेशियलिस्ट एवं फिजिशियन के पास इलाज के लिए आये रोगी बता रहे हैं कि जब से वह हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करने लगे, तब उन्हें सिर दर्द, चक्कर आना शुरू हो गया। यहां तक कि त्वचा का रंग सांवला पड़ रहा है। चिकित्सक भी हैंड सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल एथनॉल, एन प्रोपनॉल, आइसोप्रोफाइल नामक ड्राई अल्कोहल का इन सब का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

हॉस्पिटल हर रोज 15 से 20 मरीज ऐसे आ रहे हैं, जो कह रहे हैं कि जबसे हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें अक्सर सिर दर्द के साथ चक्कर आने लगा है। डॉ. सिन्हा का कहना है कि सेनिटाइजर के अधिक इस्तेमाल से त्वचा में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया मर जाते हैं। इसके अलावा इसके सूंघने से सिर दर्द की समस्या हो सकती है। वहीं, सदर अस्पताल के ओपीडी में हर रोज स्किन एलर्जी, खुजली, धूप-धूल से एलर्जी से जुड़े 20 से 25 मरीज आ रहे हैं, इनमें भी वही लक्षण हैं।

त्वचा एवं सौंदर्य रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या सिंह बताती हैं कि हैंड सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल से स्किन एलर्जी, सिर दर्द एवं चक्कर आने की समस्या, त्वचा में खुजली होने, धूप एवं धूल से एलर्जी जैसी समस्या हो सकती है। एथनॉल, एन प्रोपनॉल व आइसोप्रोफाइल नामक ड्राई एल्कोहल को मान रहे है जिम्मेदार। बार-बार हैंड सेनिटाइजर के उपयोग से त्वचा में मौजूद नैचुरल ऑयल समाप्त हो जाता है।

और त्वचा में अच्छे बैक्टीरिया है वो मर जा रहे है जिससे त्वचा सूखने लगती है और खुजली होने लगती है। सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल्स की वजह से हार्मोनल दिक्कत हो सकती है। इससे गर्भधारण में समस्या हो सकती है। यही नहीं इसके अलावा सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल के कारण शरीर की इम्यून पॉवर कम हो जाता है। इस वजह से अब लोगों को सलाह दी जाती है कि वे हैंड सेनिटाइजर के बजाय हैंडवॉश से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोएं।

सेनिटाइजर के होने वाले साइड इफेक्ट:- हार्मोनल दिक्कत, गर्भधारण में समस्या संभव, सूंघने से सिर दर्द की समस्या,स्किन एलर्जी, खुजली, धूप-धूल से एलर्जी। प्रतिदिन अस्पतालों में आ रहे हैं 30 से 35 मरी | डॉक्टरों की सलाह- हैंडवॉश का करें इस्तेमाल ज्यादा

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