हंगरी के रहने वाले सेंडोर नाम के शख्स ने बीमे की रकम पाने के लिए अपने पांव ही ट्रेन के नीचे कटने के लिए रख दिए। इस आदमी के दोनों पांव घुटने के नीचे से कट गए और फिलहाल वो नकली पैरों की मदद से रोजमर्रा के अपने काम करता है। सेंडोर ने प्लानिंग तो बहुत अच्छी की थी लेकिन बीमा कंपनी को सेंडोर की साजिश का शक हो गया। सेंडोर ने कुल 14 बीमा पॉलिसी ले रखी थीं। सारी पॉलिसी हाई रिस्क थीं जिसमें मोटा पैसा मिलना तय था। सेंडोर ने सभी पॉलिसियों के लिए मोटा प्रीमियम भी दिया था।
सेंडोर ने बीमा कंपनी को बताया कि रेलवे लाइन से गुजरते वक्त उसका पांव अटक गया और वो ट्रेन के सामने जा गिरा जिसकी वजह से उसकी दोनों टांगे कट गईं। इंश्योरेंस कंपनी ने जब मौके पर जाकर देखा तो उसे सेंडोर की बातों पर शक हुआ और उन्होंने अपने स्तर पर तफ्तीश शुरु की। बीमा कंपनी ने कई बार एक्सीडेंट सीन को रिक्रिएट किया लेकिन किसी भी एंगल से सेंडोर की बातें खरी नहीं उतर रहीं थी। लिहाजा काफी तफ्तीश के बाद सेंडोर का बीमा क्लेम फर्जी पाया गया। इसके बाद बीमा कंपनी ने सेंडोर पर केस कर दिया, बीमा कंपनी ने सेंडोर को इलाज के लिए पैसे भी नहीं दिए।
पेशे से होम बॉयलर लगाने वाला सेंडोर पांव कट जाने के बाद अब काम नहीं कर पाता दूसरी ओर कोर्ट ने भी धोखाधड़ी के जुर्म में सेंडोर को दो साल की सजा सुनाई है साथ ही उस पर करीब 4 लाख रुपये का फाइन भी लगाया गया है। सेंडोर कोर्ट के इस फैसले को गलत बताता है और वो इस मामले में अपील करने की बात कह रहा है। हालांकि पैर कटने के बाद सेंडोर का खर्चा चलना मुश्किल हो गया है। आपको यहां बताते चलें कि ये पूरी घटना साल 2014 की है जिसके बाद से ही ये मामला अदालत में चल रहा था।
कुछ दिन पहले ही अदालत ने सेंडोर को दो साल की सजा सुनाई है, हालांकि फिलहाल सेंडोर को जेल नहीं जाना पड़ेगा और वो अपील में जा सकता है जिसके बाद उसकी किस्मत का फैसला होगा और पता चलेगा कि 23 करोड़ के लिए पांव कटवाने वाले सेंडोर को आखिरकार बीमा की रकम मिल पाएगी या नहीं।