हर कष्ट मुक्ति पाने के लिए करे भगवान शिव का ध्यान मंत्र, जानें इसका महत्व
नई दिल्ली : हिंदू धर्म में भगवान शिव को सभी देवताओं में प्रमुख माना गया है. भगवान शिव ना सिर्फ इंसान, बल्कि राक्षसों के भी देवता हैं. भगवान शिव को भक्त भोलेनाथ, शिवशंकर, महादेव जैसे अनेक नाम से पुकारते हैं. जो भी भक्त भगवान शिव की आराधना करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. कि भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान है, इसलिए शिव का एक नाम भोलेनाथ भी है. हिंदू शास्त्रों में भगवान शिव को समर्पित कई शक्तिशाली मंत्र है, जिनका जाप करने से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं. ऐसा ही एक मंत्र है शिव ध्यान मंत्र. आइए जानते हैं शिव ध्यान मंत्र का महत्व.
शिव ध्यान मंत्र भगवान शिव को समर्पित है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव ध्यान मंत्र का उच्चारण करना चाहिए. मन की शांति और परिवार के कल्याण के लिए शिव ध्यान मंत्र का जाप करना चाहिए. शिव ध्यान मंत्र का जाप करने से मन से सभी बुरे विचार नष्ट हो जाते हैं. व्यक्ति को आत्मबल प्राप्त होता है और सभी कष्ट दूर होते हैं. प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर सच्चे मन से शिव ध्यान मंत्र का जाप करना अति फलदायी होता है.
शिव ध्यान मंत्र
करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा .
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं .
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व .
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रतिदिन शिव ध्यान मंत्र का जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है. इस शक्तिशाली मंत्र से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है और उसके उद्देश्य को मजबूती मिलती है. इस मंत्र के जाप से शिवजी की कृपा जीवन में बनी रहती है और हर मनोकामना पूर्ण होती है. इस मंत्र के रोजाना जाप करने से घर में सुख-समृद्धि व शांति रहती है और जीवन में तरक्की मिलती है.